रेबिका पहाड़िन के हत्यारों को फांसी दिलाने की मांग पर पहाड़िया समाज ने हथियारों के साथ किया आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन


झारखंड के साहिबगंज में 22 वषीर्या रेबिका पहाड़िन के टुकड़े-टुकड़े करने की वारदात पर आदिम जनजाति समाज में उबाल है। शुक्रवार को इस समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में पारंपरिक हथियारों के साथ बोरियो प्रखंड मुख्यालय में जुलूस निकाला और ब्लॉक कार्यालय के समक्ष आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया।


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झारखंड Updated On :

रांची। झारखंड के साहिबगंज में 22 वषीर्या रेबिका पहाड़िन के टुकड़े-टुकड़े करने की वारदात पर आदिम जनजाति समाज में उबाल है। शुक्रवार को इस समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में पारंपरिक हथियारों के साथ बोरियो प्रखंड मुख्यालय में जुलूस निकाला और ब्लॉक कार्यालय के समक्ष आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। इस रैली को रेबिका पहाड़िन न्याय यात्रा का नाम दिया गया था। प्रदर्शन कर रहे लोग रेबिका के हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे थे।

अखिल भारतीय आदिम जनजाति विकास समिति और हिल एसेंबली पहाड़िया महासभा के आह्वान पर निकाली गई इस रैला में निकाली शामिल स्त्री-पुरुषों और बच्चों के हाथ में तीर धनुष, तलवार, हंसुआ, कछिया, दबिया, मसे (मसु), कुल्हाड़ी, भाला जैसे परंपरागत हथियार थे। गांव-गांव से पहुंचे लोग पहले बोरियो दामिन डाकबंगला के पास इकट्ठा हुए और वहां से जुलूस की शक्ल में बेल टोला, मेन रोड, थाना रोड होते हुए ब्लॉक मुख्यालय तक गए। प्रदर्शनकारियों के आक्रोश को देखते हुए बड़ी तादाद में पुलिसकर्मियोंकी तैनाती की गई थी। एसडीओ राहुल जी आनंद जी, बरहड़वा के एसडीपीओ प्रदीप उरांव आदि मौके पर मौजूद रहे। प्रदर्शनकारियों ने ब्लॉक मुख्यालय पहुंचकर प्रखंड के अधिकारियों को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा, जिसमें रेबिका को न्याय दिलाने के लिए त्वरित कदम उठाने की मांग की गई है।

बता दें कि साहिबगंज जिले के बोरियो थाना क्षेत्र निवासी आदिम पहाड़िया जनजाति की 22 वर्षीय रेबिका की हत्या उससे महज डेढ़ महीने पहले शादी रचाने वाले दिलदार अंसारी और उसके परिवार के लोगों ने कर दी थी और इसके बाद बेहद क्रूरता के साथ उसकी लाश के 50 टुकड़े कर दिए थे। पुलिस ने अब तक दिलदार अंसारी, उसके पिता मो. मुस्तकिम अंसारी, मां मरियम खातून, पहली पत्नी गुलेरा अंसारी, भाई अमीर अंसारी, महताब अंसारी, बहन सरेजा खातून सहित 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसके बाद पुलिस दिलदार अंसारी की मां मरियम निशा और मैनुल हक मोमिन को रिमांड पर लेकर शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन पूछताछ की गई। सात पुलिस अफसरों की तीन टीमों ने दोनों से कई दौर में वारदात के बारे में जानकारी ली। हालांकि अब तक दोनों में से किसी ने हत्या की वजहों के बारे में स्पष्ट तौर पर नहीं बताया है। इस कांड में कुल दस लोगों को जेल भेजा गया है। पुलिस उन्हें भी रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है। इस वारदात का मास्टरमाइंड दिलदार अंसारी का मामा मैनुल हक अंसारी अब भी गिरफ्त से बाहर है। उसकी गिरफ्तारी के ले पुलिस कई स्थानों पर छापामारी कर रही है।



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