रांची। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को रांची स्थित मुख्यमंत्री आवास में हुई बैठक में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कई फैसले लिए गए जिनमें आरटी-पीसीआर जांच के लिए छह नयी प्रयोगशालाएं स्थापित करने का निर्णय भी शामिल है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में दो आरटीपीसीआर मशीनें खरीदने का निर्देश दिया गया। एक मशीन से रोजाना 1400 नमूनों की आरटीपीसीआर जांच की जा सकेगी। इन्हें दुमका एवं रांची में स्थापित किया जाएगा।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने राज्य में छह नए आरटी-पीसीआर प्रयोगशालाएं स्थापित करने का निर्देश भी विभागीय पदाधिकारियों को दिया। ये प्रयोगशालएं क्रमशः रांची, जमशेदपुर, बोकारो, चाईबासा, गुमला तथा साहेबगंज में स्थापित होंगी।
बैठक में रिम्स रांची में 110 नए आईसीयू बिस्तर भी स्थापित करने का निर्णय लिया गया। साथ ही रिम्स में 750 बिस्तर कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित करने का फैसला किया गया।
मुख्यमंत्री ने रांची में कोरोना संक्रमण के बढ़ते दबाव को देखते हुए रामगढ़ जिले में स्थापित सीसीएल के 150 बेड के अस्पताल को समर्पित कोविड-19 अस्पताल बनाने का भी निर्देश दिया।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे-जैसे समय आगे बढ़ता जाएगा सरकार कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक निर्णय लेती रहेगी।
बैठक में सरकारी तथा निजी अस्पतालों के कम से कम 50 प्रतिशत बिस्तरों को कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आरक्षित करने का भी निर्देश संबद्ध अधिकारियों को दिया गया।
सभी अस्पतालों में अतिरिक्त बिस्तर तथा ऑक्सीजन युक्त बिस्तर की व्यवस्था करने का भी निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया।
वीडियो कांफ्रेंस के जरिये चौबीस जिलों के उपायुक्त भी बैठक में शामिल हुए। इस दौरान राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने सभी जिलों के उपायुक्तों से कोरोना संक्रमण को लेकर अद्यतन जानकारी प्राप्त की।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, स्वास्थ्य सचिव केके सोन, आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल, नगर विकास सचिव विनय चौबे सहित सभी जिलों के (देवघर जिला को छोड़कर) उपायुक्त एवं सिविल सर्जन उपस्थित थे।