पूर्व CP परमबीर के आरोपों पर देशमुख ने ट्वीटर पर दी सफाई, बोले- चार्टर प्लेन से गया था मुंबई

नई दिल्ली। उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के पास विस्फोटक लदे स्कार्पियो का मामला अब 100 करोड़ की वसूली तक पहुंच गया है। इसको लेकर बीजेपी लगातार उद्धव सरकार पर हमलावर है। यहां तक कि विपक्ष ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग तक की है। अब इस पूरे मामले में पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस और राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

इस बीच, महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए 100 करोड़ रुपए की उगाही के आरोप पर सफाई दी है। ट्विटर पर वीडियो शेयर कर अनिल देशमुख ने उगाही के आरोपों के अलावा 5 फरवरी से 15 फरवरी तक हॉस्पिटल में रहने के अलावा 15 फरवरी को चार्टर प्लेन से मुंबई जाने की बात भी स्वीकार की है।

ट्विटर पर वीडियो शेयर कर अनिल देशमुख ने बताया कि ‘कोरोना वायरस से संक्रमित होने की वजह से 5 फरवरी से 15 फरवरी तक नागपुर के हॉस्पिटल में भर्ती था। इसके बाद 15 फरवरी को चार्टर प्लेस से मुंबई गया था। इसके लिए हॉस्पिटल से अनुमति ली थी, जिसमें डॉक्टरों ने मुझे विमान यात्रा के लिए फिट बताया था। इसके साथ ही अनिल देशमुख ने परमबीर सिंह के आरोप को गलत बताया है और कहा है कि आरोपों की वजह से वह काफी परेशान हैं।


देशमुख ने कहा, ‘पिछले कुछ दिनों से इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में मेरे बारे में कई गलत खबरें चल रही हैं। आप सबको मालूम है कि कोरोना के बीते एक साल के समय में मैं पूरे प्रदेश भर में घूमकर पुलिसकर्मियों से मिलता रहा और उनका हौसला बढ़ाता रहा। बीते 5 फवरी को मेरी कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आई और 5 फरवरी से लेकर 15 फरवरी तक मैं अस्पताल में रहा. 15 फरवरी को अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद डॉक्टर की सलाह थी कि मैं 10 दिन होम क्वारंटीन में रहूं।

उन्होंने आगे कहा, 15 तारीख को ही मैं प्राइवेट प्लेन से मुंबई आ गया और उसके बाद डॉक्टर्स की सलाह पर ही रोज देर रात में मैं पार्क में प्राणायाम के लिए जाता था। नागपुर में मेरे हॉस्पिटल में रहने के दौरान और बाद में होम क्वारंटीन के दौरान मैंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कुछ मीटिंग और कार्यक्रम अटेंड किए थे. होम क्वारंटीन के बाद 1 मार्च से हमारा बजट अधिवेशन शुरू होना था, जिसके लिए सत्र में प्रश्नोत्तर और सूचनाओं पर ब्रीफिंग के लिए कुछ अधिकारी मेरे घर पर आते थे। सरकारी काम से पहली बार 28 फरवरी को मैं मेरे घर से बाहर निकला।

NCP चीफ शरद पवार ने देशमुख का किया बचाव
बता दें कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अनिल देशमुख का बचाव किया था। उन्होंने कहा था कि अनिल देशमुख और सचिन वझे के बीच बातचीत के आरोप गलत हैं, क्योंकि फरवरी महीने में देशमुख अस्पताल में भर्ती थे। इस दौरान शरद पवार ने अनिल देशमुख के अस्पताल में भर्ती होने का पर्चा भी दिखाया और कहा कि कोरोना वायरस की संक्रमण की वजह से वह 5 से 15 फरवरी तक नागपुर के अस्पताल में भर्ती थे।

इसके बाद 16 फरवरी से 27 फरवरी तक वह होम आइसोलेशन में थे। शरद पवार ने कहा, ‘इससे यह साफ हो जाताया है कि अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोप गलत थे, ऐसे में उनके इस्तीफे का सवाल नहीं उठता है। परमबीर सिंह के आरोपों से महाराष्ट्र सरकार पर कुछ असर नहीं पड़ेगा। बहरहाल, महाराष्ट्र में एंटीलिया मामला अब 100 करोड़ की वसूली तक पहुंच गया है और इसको लेकर उद्धव सरकार बीजेपी के निशाने पर है।

First Published on: March 23, 2021 12:31 PM
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