महाराष्ट्र में आगामी चुनाव से पहले कुछ बड़े बदलाव सामने आ रहे हैं। मंगलवार (5 अगस्त) को पूर्व विधायक राहुल मोटे ने अजीत पवार की नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में औपचारिक रूप से शामिल हो गए।
मोटे पहले शरद पवार के गुट NCP (एसपी) से जुड़े हुए थे और वे भुम-पारंडा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इस मौके पर डिप्टी सीएम अजीत पवार ने उन्हें पार्टी में शामिल कर स्वागत किया और पार्टी विस्तार की नई दिशा की घोषणा की।
इस अवसर पर अजीत पवार ने समावेशी राजनीति की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा, “हमें जाति, धर्म या पंथ से ऊपर उठकर सोचना होगा, जैसा छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने स्वराज्य की स्थापना के समय किया था।”
उन्होंने बताया कि पार्टी की नींव वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में रखी गई थी और अब इसे और मज़बूत करने के लिए जमीनी स्तर पर नई नेतृत्व क्षमता की जरूरत है। 26 वर्षों के इस सफर को नई ऊर्जा देने के लिए पार्टी में नए कार्यकर्ताओं का आना स्वागतयोग्य कदम बताया गया। बता दें कि एनसीपी की स्थापना उनके चाचा शरद पवार ने 10 जून 1999 में की थी- जिनसे अजित पवार 2023 में अलग हो गए थे।
अजीत पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पालन करने की सख्त सलाह दी। उन्होंने कहा, “आज सोशल मीडिया बहुत शक्तिशाली माध्यम बन चुका है। एक भी गलत बयान पूरे संगठन की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए सार्वजनिक मंचों पर सोच-समझकर बोलना जरूरी है।” उन्होंने आगामी स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारी पर फोकस करने को कहा और स्पष्ट किया कि विकास का काम विपक्ष में बैठकर नहीं, सत्ता में रहकर ही किया जा सकता है।
राहुल मोटे के अलावा धाराशिव, अहिल्यानगर और अकोला जिलों से भी कई प्रमुख नेता और पदाधिकारी इस अवसर पर अजीत पवार की एनसीपी में शामिल हुए। इससे पार्टी को जमीनी स्तर पर संगठित करने में नई ताकत मिलने की उम्मीद है। अजीत पवार ने कहा कि यह केवल सदस्यता नहीं, बल्कि संगठन की रीढ़ को मज़बूत करने की दिशा में एक कदम है।