तिरुवनंतपुरम। माकपा ने सोमवार को विदेश मामलों के राज्य मंत्री वी मुरलीधरन पर सोना तस्करी मामले की जांच को ‘प्रभावित’ करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की।
पार्टी ने कहा कि मंत्री अब तक इस बात पर जोर देते आए हैं कि सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा पांच जुलाई को जो 30 किलोग्राम सोना जब्त हुआ था, वह राजनयिक सामान नहीं था।
माकपा सचिवालय ने एक बयान में कहा कि हालांकि आज यह गलत साबित हो गया क्योंकि वित्त मंत्रालय ने संसद में बताया कि सोना राजनयिक सामान के जरिए लाया गया था और मंत्रालय को जुलाई में इसकी सूचना मिली थी।
पार्टी ने कहा, ‘ मुरलीधरन को कार्यालय में रहने का कोई अधिकार नहीं है और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर वह इससे इनकार करते हैं तो प्रधानमंत्री को उन्हें पद से हटा देना चाहिए।’
मुख्यमंत्री पी विजयन ने संवाददाताओं से कहा कि मुरलीधरन अपने पद के अनुसार काम नहीं कर रहे हैं। कई मौकों पर मुरलीधरन मीडिया में यह कह चुके हैं कि वह राजनयिक खेप नहीं थी।
सीमा शुल्क विभाग ने पांच जुलाई को 15 करोड़ रुपये मूल्य का 30 किलोग्राम सोना जब्त करके कई लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात के वाणिज्य दूतावास के पूर्व कर्मचारी भी शामिल हैं। यह सोना राजनयिक सामान में छुपाया गया था।