त्रिपुरा के थप्पड़मार DM शैलेष यादव की गई कुर्सी, हुए सस्पेंड


त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के डीएम शैलेष यादव की कुर्सी चली गई है। डीएम शैलेष यादव को सरकार ने न सिर्फ सस्पेंड किया है बल्कि इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। ये जांच दो सीनियर IAS अधिकारी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव ने मुख्य सचिव मनोज कुमार से घटना को लेकर रिपोर्ट तलब की थी।


Ritesh Mishra Ritesh Mishra
पूर्वोत्तर Updated On :

नई दिल्ली। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के डीएम शैलेष यादव की कुर्सी चली गई है। कोरोना गाइडलाइन एक मैरेज हॉल में जाकर शादी रुकवाने, खुद के दिए गए शादी के परमिशन को फाड़ने और दबंगों की तरह शादी कराने आए पंडित को मारने वाले थप्पड़मार डीएम शैलेष यादव को सरकार ने न सिर्फ सस्पेंड किया है बल्कि इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। ये जांच दो सीनियर IAS अधिकारी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव ने मुख्य सचिव मनोज कुमार से घटना को लेकर रिपोर्ट तलब की थी।

डीएम शैलेष यादव का ये वीडियो फेसबुक, ट्वीटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खूब वायरल हुआ था और लोग डीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। सोशल मीडिया पर लाखों लोगों ने डीएम शैलेष यादव के खिलाफ कमैंट्स भी के थे और उन्हें पद के नशे में चूर बताया था। लोगों ने सोशल मीडिया पर ये भी आरोप लगाया कि डीएम शादी के लिए दिए खुद अपने परमिशन को फाड़ कर हवा में उड़ा दिए।

लोगों ने ये भी कहा कि डीएम को जब इतनी ही चिंता थी तो शादी का परमिशन क्यों दिया। वह लोगों को समझाकर वहां से हटा सकते थे लेकिन डीएम शैलेष यादव ने इसकी बजाय पुलिस बल का सहारा लिया और दूल्हा ही नहीं दुल्हन के साथ भी अभद्रता की। डीएम ने शादी कराने आए पंडित को भी थप्पड़ मारा। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद ब्राह्मण समाज में डीएम की कार्रवाई से आक्रोश व्याप्त हो गया था।

डीएम की बदसलूकी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। बदसलूकी का मामला सामने आने के बाद डीएम के खिलाफ बीजेपी विधायकों ने मोर्चा खोल दिया था। बदसलूकी का वीडियो सामने आने के बाद डीएम की जमकर आलोचना हो रही है। वहां मौजूद किसी ने इस पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया और इसे वायरल कर दिया।

वायरल वीडियो में डीएम शैलेश यादव गुस्से में दिख रहे हैं। वीडियो में वह पुलिसकर्मियों को आदेश देते दिखाई दे रहे हैं कि दुल्हा-दुल्हन समेत पूरी भीड़ को हॉल से बाहर निकालो। इसके अलावा वह सभी लोगों के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने को कहते हैं। वीडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी शैलेश यादव ने अपनी सफाई दी थी। उन्होंने कहा था कि उनका उद्देश्य किसी की भावना को आहत करना नहीं था।