नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने असम के मंत्री एवं भाजपा नेता हेमंत बिस्व सरमा को विपक्षी दल बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के नेता हग्रामा मोहिलरी के खिलाफ कथित तौर पर धमकाने वाली टिप्पणियां करने के लिए बृहस्पतिवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
उन्हें दो अप्रैल को शाम पांच बजे तक इस नोटिस पर जवाब देने को कहा गया है। कांग्रेस ने यह आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग का रुख किया था कि सरमा ने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) का दुरुपयोग कर मोहिलरी को जेल भेजने की धमकी दी है। बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट असम में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी है।
इससे पहले भी चुनाव आयोग ने खबर के प्रारूप में भाजपा का विज्ञापन छापने के लिए असम के आठ अखबारों को नोटिस जारी किया था। इसमें दावा किया गया था कि भाजपा उन सभी 47 सीटों पर जीत दर्ज करेगी जहां शनिवार को पहले चरण में मतदान हुआ था।
अधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस की शिकायत के बाद अखबारों को नोटिस भेजा गया। इस शिकायत में कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि विज्ञापन चुनाव आयोग के निर्देशों, चुनाव आचार संहिता और जनप्रतिनिधि कानून 1951 का उल्लंघन है।