कोयला खदान में डायनामाइट विस्फोट के बाद पानी भरने से पांच मजदूर फंसे

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पूर्वोत्तर Updated On :

शिलांग। मेघालय के पूर्वी जैंतियां पर्वतीय जिले में डायनामाइट विस्फोट के बाद कोयले की एक खदान में पानी भर गया और उसमें असम के चार और त्रिपुरा के एक श्रमिक के कथित रूप से फंसे होने की आशंका है। उच्चाधिकारियों को मामले से वाकिफ करा दिया गया है और बचाव अभियान शुरू किया गया है।

असम के सिलचर के पुलिस अधीक्षक ने रविवार को हुई इस खदान दुर्घटना में असम के छह खनिकों के संभावित रूप से फंसे होने की सूचना भेजी थी। मेघालय पुलिस ने ट्वीट किया, यह खदान उमप्लेंग डकैती-रोधक शिविर के सुतंगा अंदरूनी क्षेत्र में है और तलाशी अभियान जारी है।

पूर्वी जैंतिया पर्वतीय जिले के पुलिस अधीक्षक जगपाल धनोआ ने एक बयान में कहा, जिला पुलिस 31 मई को सुबह करीब छह बजे घटना के संभावित स्थल का पता लगा पायी। संभावित स्थल का पता लगाने में खराब मौसम, रात में कम दृश्यता और कोई चश्मदीद न होने की वजह से देरी हुई।

धनोआ ने बताया कि IG (कानून-व्यवस्था) की निगरानी में अभियान चल रहा है, छह व्यक्तियों ने यह जानकारी दी कि रविवार को शाम पांच बजे क्या घटना घटी। उन्होंने बताया कि एक चश्मदीद ने बताया कि डायनामाइट में अचानक विस्फोट से खान में पानी भर गया और पांच व्यक्ति फंस गए।

धनोआ ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया, लेकिन वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया जिसे पृथक केंद्र में रखा गया है। एक बयान के अनुसार पांच लापता लोगों में तीन की पहचान कर ली गयी है। वे असम के अब्दुल कारी और अब्दुल कलाम एवं त्रिपुरा के श्यामचरण देबवर्मा हैं।

बयान में कहा गया है, चश्मदीदों के अनुसार मुख्य आरोपी खदान का प्रबंधक है जिसने फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए कुछ नहीं किया और जिंदा बचे लोगों को वहां से भगा दिया। जांच चल रही है और उसे गिरफ्तार करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मेघालय में कोयला खनन पर एनजीटी के आदेश के चलते पाबंदी है।



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