राजस्थान को बिजली क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए सौर ऊर्जा पर विशेष ध्यान दे रही गहलोत सरकार

राजस्थान सरकार सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा व बायोमास जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्त्रोतों को विकसित करने पर विशेष ध्यान दे रही है।

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि राजस्थान सरकार ने राज्य को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और राज्य सरकार सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा व बायोमास जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्त्रोतों को विकसित करने पर विशेष ध्यान दे रही है।

गहलोत मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बीकानेर के छतरगढ़ में बने 220 केवी के ग्रिड सब-स्टेशन के लोकार्पण के अवसर पर संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में राजस्थान में असीम संभावनाएं हैं। इसमें राजस्थान की स्थापित क्षमता अब 5002 मेगावाट हो गई है जबकि पवन ऊर्जा में भी हमारी स्थापित क्षमता 4337 मेगावाट हो चुकी है।

उन्होंने कहा, ‘सरकार राज्य की हर ढाणी में बिजली पहुंचाने की दिशा में कार्य कर रही है। हमारी सरकार ने दो साल में 1 लाख 81 हजार नए कृषि कनेक्शन जारी किए हैं। इस बार बजट में 50 हजार नये कृषि कनेक्शन दिए जाने की घोषणा की गई है। साथ ही, 50 हजार सोलर पम्प के लिए भी प्रावधान किया गया है ताकि किसान कुओं पर सोलर पम्प लगाकर अपने खेतों में सिंचाई कर सकें।’

गहलोत ने इस बार बजट में की गई सबसे महत्वपूर्ण घोषणा ‘मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना’ का जिक्र करते हुए कहा कि इस योजना के तहत राज्य सरकार राज्य के सभी परिवारों को 5 लाख रूपये तक कैशलेस बीमा की सुविधा दे रही है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ऊर्जा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने कहा कि राज्य सरकार कृषि कनेक्शनों पर प्रतिवर्ष किसानों को 16 हजार करोड़ रूपये की सब्सिडी दे रही है।

First Published on: April 4, 2021 12:11 AM
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