राजस्थान सरकार का बजट फीका : सतीश पूनिया


सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि बजट जनता को गुमराह कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह एक जादूगर अपने जादू से जनता को भ्रमित करता है, उसी तरह बजट लोगों को भ्रमित करता है और वास्तव में जनता को कुछ नहीं मिलता।


शिवांगी गुप्ता शिवांगी गुप्ता
राजस्थान Updated On :

जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने राजस्थान के 2022-23 के बजट को फीका बताते हुए कहा कि इसकी घोषणा चुनाव को ध्यान में रखकर की गई है और इसलिए शब्दों और कर्मो में बड़ा अंतर प्रतीत होता है। उन्होंने कहा, “बजट का विरोधाभास यह है कि घोषणाओं और कार्यान्वयन के बीच एक बड़ा अंतर है। किसान ऋण माफी से लेकर बेरोजगारी और भ्रष्टाचार और अपराध नियंत्रण तक, कहीं भी कोई प्रतिबद्धता नहीं है। यह समझना मुश्किल है कि बजट का वित्तीय स्रोत क्या होगा।”

पूनिया ने कहा, “राज्य सरकार को पहले तीन बजटों और अंतिम तीन राज्यपालों के भाषणों की जमीनी सच्चाई के लिए एक ‘श्वेतपत्र’ जारी करना चाहिए। यह कहना हास्यास्पद है कि सार्वजनिक घोषणापत्र का 70 प्रतिशत और बजट प्रतिबद्धताओं का 85 प्रतिशत किया जा रहा है पूरा होने की बात कही है, जबकि धरातल पर स्थिति अलग है।”

पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने कहा कि यह बजट हर वर्ग को निराश करने वाला है, क्योंकि इसका आधार राजनीति है, नीति नहीं।

राजे ने कहा कि इस बजट में विकास का कोई विजन नहीं है। चुनावी रंग में रंगा यह न तो राज्य की दशा बदलेगा और न ही दिशा।

उन्होंने कहा कि कृषि बजट सिर्फ नाम के लिए होता है, लेकिन यह किसानों के साथ छलावा के अलावा और कुछ नहीं है। किसानों की कर्जमाफी अभी अधूरी है और झूठे वादों की फेहरिस्त लेकर आए हैं।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण क्षेत्र से सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि बजट जनता को गुमराह कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह एक जादूगर अपने जादू से जनता को भ्रमित करता है, उसी तरह बजट लोगों को भ्रमित करता है और वास्तव में जनता को कुछ नहीं मिलता।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के समय जनता से झूठे वादे करके राज्य में सरकार बनाई और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस बजट में भी जनता को गुमराह करने का हर संभव प्रयास किया गया है।



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