राजस्थान में हिजाब पर फिर गरमाया माहौल, जानें जोधपुर के स्कूल में क्या हुआ?

राजस्थान की भजनलाल सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एक बयान दिया था। इस बयान में उन्होंने राज्य सरकार की सभी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को निर्धारित ड्रेस कोड में स्कूल आने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि मदरसों में भी ड्रेस कोड तय है।

जोधपुर। राजस्थान में हिजाब पर मचा बवाल अभी ठंडा नहीं हुआ है। एक बार फिर से इसको लेकर कोहराम मचने लग गया है। इस बार यह बवाल सूबे के जोधपुर जिले में मचा है। ताजा मामला जोधपुर ग्रामीण के पीपाड़ क्षेत्र से जुड़ा है। यहां के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नंबर 2 में पढ़ने वाली मुस्लिम छात्राओं ने हिजाब पहनकर स्कूल आने की बात कही। इस पर स्कूल प्रशासन की ओर से यूनिफॉर्म कोड में विद्यालय आने के आदेश दिया गया।

उसके बाद बच्चों के गुस्साए परिजन शनिवार को स्कूल पहुंच गए और वहां हंगामा कर डाला। हंगामा बढ़ता देख स्कूल में पुलिस जाब्ता बुलाया गया। स्कूल के प्रधानाचार्य रामकिशोर सांखला ने बताया कि हमने सिर्फ सरकार की ओर से जो निर्धारित स्कूल ड्रेस कोड है उसमें आने के लिए बोला था। इस पर समुदाय विशेष के लोग यहां आकर हंगामा करने लगे। पार्षद मुजफ्फर खलीफा और पालिका उपाध्यक्ष के पति प्रधानाचार्य से गाइडलाइन मांगने लगे।

बवाल बढ़ने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाइश कर लोगों को शांत किया। स्कूल पहुंचे परिजनों का आरोप था कि सरकार आज है कल नहीं रहेगी। लेकिन अध्यापक हमेशा यही रहने वाले हैं। इनको इसका खामियाजा भुगतना ही पड़ेगा। बाद में पुलिस की समझाइश के साथ मामला शांत हुआ।

दरअसल हाल ही में राजस्थान की भजनलाल सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एक बयान दिया था। इस बयान में उन्होंने राज्य सरकार की सभी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को निर्धारित ड्रेस कोड में स्कूल आने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि मदरसों में भी ड्रेस कोड तय है। इसके साथ ही निजी स्कूलों में भी अपने स्तर पर ड्रेस तय कर सकते हैं। सरकारी स्कूलों में कोई भी मनचाही ड्रेस पहनकर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले राजस्थान में बीते माह राजधानी जयपुर में हवामहल के बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य ने हिजाब को लेकर एक स्कूल में प्रबंधन से बातचीत की थी। उसके बाद यह मामला तूल पकड़ गया था। जयपुर में मुस्लिम छात्राओं और उनके परिजनों ने सुभाष चौक थाने पर प्रदर्शन किया था।

First Published on: February 18, 2024 4:35 PM
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