कर्नाटक: बजट पेश होते ही कांग्रेस का सदन से वाकआउट, सरकार पर लगाए आरोप

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दक्षिण भारत Updated On :

बेंगलुरु। कनार्टक विधानसभा में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के 2021-2022 के लिए बजट पेश करते समय विपक्षी कांग्रेस ने सोमवार को सदन से यह कहते हुए बर्हिगमन किया कि राज्य में भाजपा सरकार को सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।

पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पत्रकारों से कहा, इस सरकार ने कई पाप किए हैं और उसे सत्ता में रहने का कोई मौलिक अधिकार नहीं है। इसलिए हमने बजट पेश किए जाने के खिलाफ प्रदर्शन करने का फैसला किया।

उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री और खनन एवं भूविज्ञान मंत्री मुरुगेश निरानी बेंगलुरु के देवनहल्ली में कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड की जमीन वापस लेने के लिए फर्जी दस्तावेजों के बनाने से जुड़े एक अपराधिक मामले में जमानत पर हैं।

सदन में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने यह भी कहा कि भाजपा विधायक रमेश जारकीहोली पर ‘सेक्स-फॉर-जॉब’ के आरोप लगने के बाद छह अन्य मंत्रियों ने मीडिया के खिलाफ निर्देश जारी करने या मीडिया में किसी भी अपमानजनक सामग्री के प्रकाशन को रोकने के लिए दीवानी अदालत का रुख किया था।

रमेश जारकीहोली को बाद में इस्तीफा देना पड़ा था। उन्होंने कहा, रमेश जारकीहोली की विवादित वीडियो क्लिप के सामने आने के बाद शिवराम हेब्बर, एम बी पाटिल, डॉ. सुधाकर सहित यह छह मंत्री डरे हुए हैं। उनका डर क्या है? डर के पीछे का क्या कोई कारण है?

नेता के अनुसार ऐसे कई मंत्री हैं, जिनकी आपत्तिजनक सीडी बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रियों का इस मामले में अदालत का रुख करना प्रेस की आजादी पर खतरा है। सिद्धारमैया ने सरकार पर भ्रष्टाचार बढ़ाने का भी आरोप लगाया। साथ ही, उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘‘अनैतिक’’ सरकार का बजट नहीं सुनेगी और काले बिल्ले पहनकर सदस्य इसका विरोध करेंगे।



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