मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगा वाराणसी के 32 स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों ने अपने पद से दिया इस्तिफा


मेडिकल अफसरों ने इस पत्र में एसीएमओ जंगबहादुर की मौत के लि‍ये भी प्रशासन को जि‍म्‍मेदार ठहराया है। आरोप लगाया कि प्रशासन की ओर से एसीएमओ को बर्खास्‍त करने की धमकी दी गयी थी। शायद इसी सदमे से एडिशनल सीएमओ की मौत हुई है। चि‍कि‍त्‍साधि‍कारि‍यों ने अपने पत्र में सवाल उठाया है कि इस मौत की ज़िम्मेदारी आखिर कौन लेगा।


मंज़ूर अहमद मंज़ूर अहमद
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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में डिप्‍टी कलेक्‍टर पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए 32 स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मेडिकल अफसरों ने अपने इस्तीफे में लिखा कि 9 अगस्त को सहायक नोडल ऑफिसर/ डि‍प्‍टी कलेक्‍टर ने प्रभारी चिकित्साधिकारियों को नोटिस जारी करते हुए कोविड-19 के दौरान किये गए कार्यों को अपर्याप्त बताया है। मुख्यचिकित्साधिकारी को लिखे अपने त्यागपत्र में डॉक्टर्स ने आरोप लगाया है कि सभी प्रभारियों पर अनावश्यक दबाव बनाने हुए सभी को दोषी ठहराना और टारगेट पूरा न होने पर आपराधिक कृत करार देना और मुकदमा दायर करने की धमकी दी जा रही है। इतने मानसिक दबाव में कैसे कार्य किया जा सकता है। 

मेडिकल अफसरों ने इस पत्र में एसीएमओ जंगबहादुर की मौत के लि‍ये भी प्रशासन को जि‍म्‍मेदार ठहराया है। आरोप लगाया कि प्रशासन की ओर से एसीएमओ को बर्खास्‍त करने की धमकी दी गयी थी। शायद इसी सदमे से एडिशनल सीएमओ की मौत हुई है। चि‍कि‍त्‍साधि‍कारि‍यों ने अपने पत्र में सवाल उठाया है कि इस मौत की ज़िम्मेदारी आखिर कौन लेगा। 

इस सामूहिक इस्तीफे से वाराणसी से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मच गया है। हालांकि देर शाम को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की पहल पर स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों की ओर से इस्तीफा वापस लेने का दावा किया गया।

डाक्टरों पर दबाव और धमकी से स्थिति बिगड़ रही हैः मायावती

डॉक्टर्स द्वारा सामुहिक रूप से इस्तिफा देने पर बसपा सप्रीमो मायावती ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। मायावती ने वाराणसी में 32 स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र प्रभारियों के इस्‍तीफे पर प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा है कि समुचित सुविधाओं के अभाव में जान जोखिम में डालकर कोरोना पीडि़तों की सेवा में लगे डॉक्‍टरों पर सरकारी दबाव और धमकी से स्थिति बिगड़ रही है। 

बसपा सुप्रीमों ने कहा कि वाराणसी में 32 स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र प्रभारियों का सामूहिक इस्‍तीफा इसी का नतीजा है। उन्‍होंने सरकार को सुझाव दिया कि बिना भेदभाव के और पूरी सुविधा देकर उनसे सेवा ले तो बेहतर होगा। 

बसपा अध्‍यक्ष ने गुरुवार सुबह ट्वीट करके ये बातें कहीं। ट्वीट में उन्‍होंने लिखा कि कोरोना केन्द्रों और निजी अस्पतालों में भी कोरोना स्वास्थ्यकर्मियों की स्थिति काफी खराब है। इस कारण उन्हें आत्महत्या का प्रयास करने तक को मजबूर होना पड रहा है। यह अति-दुःखद है। सरकार व्यावहारिक नीति बनाकर और समुचित संसाधन देकर सही से उस पर अमल करे, बीएसपी की यह मांग है।
वहीं समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि VVIP वाराणसी के चिकित्‍सा विभाग में शहरी,ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक, सामुदायिक चिकित्‍सा केंद्र प्रभारियों का सामूहिक इस्तीफा BJP सरकार के कुप्रबंधन से हुआ स्वास्थ्य सेवाओं का पतन है! ACMO की कोरोना के मृत्यु के बाद
DM,SDM पर प्रताड़ना के आरोपों पर कार्रवाई करे सरकार।