लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गुरुवार को शुरु हुई मानूसन बारिश के साथ आकाशीय बिजली का कहर देखने को मिला है। प्रदेश के देवरिया में पांच, अम्बेडकर नगर में तीन के मरने की खबर, बाराबंकी में दो, कुशीनगर में एक मौत हुई है। कानपुर देहात में आठ लोग घायल और 45 बकरियों की मौत हुई है। कई लोग झुलस गए। यह आंकड़ा और बढ़ भी सकता है।
बारिस और आकाशीय बिजली के कारण हुए हादसे को देखते हुए राहत विभाग की ओर से पीड़ितों को राहत पहंचाये जाने के लिए जिलाधिकारियों को आदेश दिए गये हैं।
खबर के अनुसार जनपद देवरिया के बरहज थाना क्षेत्र के बढ़या हरदो गांव में रहने वाला निवासी अमन यादव (15) खेत में काम कर रहा था। इस बीच बारिश और आकाशी बिजली गिरी, जिसकी चपेट में आने से अमन की मौत हो गई। जबकि साथ काम कर रही बहन गीता सुरक्षिति बच गई। वह अपने माता पिता के इकलौते बेटा था। इसी तरह धौला पंडित गांव में रहने वाला सूरत राजभर (65) भैंस चरा रहा था। आकशीय बिजली की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई।
खुदिया पाठक निवासी पंचदेव गोड़ (55), भलुअनी थाना क्षेत्र के ग्राम हाटा में निवासी सहारा सिंह (45), अमृतकुंडा में बिजली गिरने से सुदर्शन (60) की मौत हो गई। जबकि चार लोग झुलस गये हैं। जनपद अम्बेडरक नगर में भी तीन लोगों के मरने की खबर है। साथ ही कई लोग झुलसने वा पशुहानि की बात सामने आयी हैं।
बाराबंकी जनपद के बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरी। इसकी चपेट में आने से जयसिंह पुरवा में एक बालक और बुढगौरा गांव में एक युवक की मौत हो गई। महमूदपुर और भिरया गांव में एक युवक और एक युवती घायल हो गये है। सेवरही के ग्राम सभा परसा उर्फ सिरसिया निवासी लक्ष्मण गुप्त (22) की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गयी है। वह शौच के लिए गया था, तभी यह हादसा हो गया है।
थाना प्रभारी दिलीप कुमार पांडेय ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है जो भी आर्थिक मदद होगी वह पीड़ित परिवार को मुहैया करायी जायेगी। जनपद कानपुर देहात के गजनेर कोतवाली क्षेत्र स्थित मन्ना पुरवा गांव में आकाशीय बिजली गिरने से 45 बकरियों की मौत हो गयी है। जबकि आठ लोग झुलस गये, जिन्हे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किसान सुरेंद्र के मुताबिक, वह अपने साथियों के साथ बकरी चरा रहा था। इसी दौरान अचानक हुई बारिश और आकाशीय बिजली की चपेट में आकर यह घटना हुई है।
बारिश और आकाशीय बिजली से हुई जानहानि व नुकसान की भरपाई के लिए मुख्यमंत्री के आदेश के बाद राहत आयुक्त ने इन जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाये और घायलों का समूचित इलाज मुहैया कराया जाये।