सविनय अवज्ञा सत्याग्रह का 50वां दिन : देश गुलामी और महंगाई की ओर-गिरिजा सतीश


सर्व सेवा संघ , राजघाट के अध्यक्ष रामधीरज ने कहा कि वाराणसी जिला प्रशासन तथा रेल अधिकारियों की मिलीभगत से एकाएक सर्व सेवा संघ परिसर में नोटिस चिपका दिया गया कि 30 जून तक इसे खाली कर दें। ये जमीन आपकी नहीं है।



वाराणसी। सर्व सेवा संघ मे सरकार के मनमानेपन और जमीन हड़पने की साज़िश के खिलाफ अहिंसात्मक और शांतिमय सत्याग्रह कर आज 50 वां दिन संपन्न हो गया। इस सत्याग्रह में देश के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में पुरुष एवं महिला कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। सत्याग्रह की अध्यक्षता सर्व सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंदन पाल तथा संचालन लोक समिति के राष्ट्रीय संयोजक कौशल गणेश आजाद ने की। सत्याग्रह की शुरुआत रोज की तरह गांधी जी के प्रार्थना से किया गया।

लोक समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरिजा सतीश ने सत्याग्रहियों को संबोधित करते हुए कहा कि सत्याग्रह की शुरुआत सबसे पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका से किया। दक्षिण अफ्रीका में गांधी जी का सत्याग्रह सफल भी हुआ। वहां के बाद गांधी ने बिहार के चंपारण में किसान- मजदूरों के सवाल पर सत्याग्रह किया। वो भी सफल रहा। सतीश न कहा कि यह आंदोलन गरीबों और अमीरों के बीच का है । उन्होंने कहा कि देश संकट के दौर से गुज़र रहा है। संविधान और लोकतंत्र पर खतरा है। देश गुलामी और महंगाई की ओर बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज पुनः देश में ग्रामस्वराज्य की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि गांधी जी के ग्राम स्वराज्य को जमीन पर उतारने के लिए सर्व सेवा संघ प्रयासरत है लेकिन सर्व सेवा संघ ररकी जमीन पर उत्तर प्रदेश सरकार की गिद्ध दृष्टि लगी हुई है। यहां बनी भवनों को ध्वस्त करने की साज़िश कर रही है जो निंदनीय है।

सर्व सेवा संघ , राजघाट के अध्यक्ष रामधीरज ने कहा कि वाराणसी जिला प्रशासन तथा रेल अधिकारियों की मिलीभगत से एकाएक सर्व सेवा संघ परिसर में नोटिस चिपका दिया गया कि 30 जून तक इसे खाली कर दें। ये जमीन आपकी नहीं है। उन्होंने बताया कि अभी सुप्रीम कोर्ट से तत्काल थोड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई की तिथि 10 जुलाई मुकर्रर की गई है। उन्होंने बताया कि यह जमीन सर्व सेवा संघ की है। इसका तीन रजिस्ट्री की बैनामा संघ के पास है। जिस जमीन के क्रेता हमारे महापुरुष विनोबा भावे हैं। उन्होंने बताया कि एक साज़िश के तहत जमीन हड़पने की कोशिश जिला प्रशासन की ओर से की जा रही है।

सर्व सेवा संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमरनाथ भाई ने कहा कि देश का प्रधानमंत्री बेशर्म और झूठा है। देश में नफ़रत फैला कर देश को बांटना चाहता है। उन्होंने कहा कि सर्व सेवा संघ की भवनों को ध्वस्त करना गांधी, विनोबा और जयप्रकाश नारायण की विरासत और स्मृति को मिटाना है। उन्होंने कहा कि हम किसी भी हालत में गांधी, विनोबा और जयप्रकाश नारायण की विरासत को खत्म नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि सत्याग्रह पूरे देश में फ़ैल गया है। विभिन्न संगठनों और दलों ने गांधी, विनोबा और जयप्रकाश नारायण की विरासत को बचाने के लिए चल रहे सत्याग्रह को न केवल नैतिक समर्थन किया वल्कि सक्रिय समर्थन भी कर रहे हैं।

आज आचार्य कुल के संरक्षक आचार्य पंकज, काशी विद्यापीठ के शिक्षक डॉक्टर सतीश राय, वयोवृद्ध नेता विजय शंकर पांडे, गाजीपुर से जेपी आंदोलन के साथी ईश्वर चंद आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस कड़ी में लोक समिति , छात्र – युवा संघर्ष वाहिनी और मजदूर – किसान समिति ने सक्रिय समर्थन किया है । सत्याग्रह में श्रीमती जागृति रही , संध्या सिंह , सर्वश्री चेखूर प्रसाद प्रजापति, चंद्रमोहन पाराशर , सर्वोदय नेता , आगरा , नंदलाल मास्टर, बिशुनधारी यादव, मिथलेश निराला , राजकुमार भारत, बिमल जी , शीतल जैन , सियाराम , महात्मागांधी सेवा आश्रम , जौरा , मुरैना , मध्य प्रदेश , मोहम्मद इस्लाम , मुस्ताक अंसारी , बुनकर समाज , शिवजी सिंह, महामंत्री, लोक समिति, बिहार , मुन्नालाल मिश्रा , आगरा आदि ने अपने – अपने विचार व्यक्त किए।



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