
लखनऊ। सदर में मार्च के मध्य से मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हुआ था। अप्रैल में यहां बढ़ी संख्या में मरीज सामने आए। यहां की मस्जिद से तबलीगी जमात के लोग पकड़े गए थे। पकड़े गए इन लोगों में कोरोना वायरस मिले। इनके संपर्क में आने वालों में भी कोरोना की पुष्टि हुई। हालात यह हुए कि अप्रैल में यहां सबसे ज्यादा मरीज सामने आए।
सदर, तोपखाना, बिरहाना, कसाईबाड़ा समेत अन्य इलाकों में करीब 110 से ज्यादा मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। कई दिनों से तोपखाना छोड़ अन्य इलाकों से कोरोना का कोई नया मरीज सामने नहीं आया है। दो मई को तोपखाना में दो मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है।
सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक, सदर इलाके में अब तक करीब 1078 लोगों के नमूने लिए जा चुके हैं। काफी दिनों से कोई नया मरीज सामने नहीं आया है। सर्वे टीम लगातार इलाके का निरीक्षण कर रही है। लक्षणों के आधार पर नमूने लिए जा रहे हैं। यह सलिसिला अभी जारी रहेगा।
इसी प्रकार गोमतीनगर, डालीगंज समेत दूसरे इलाकों में भी सर्वे टीम जा रही है। नक्खास व कैसरबाग पर अब अधिक ध्यान दिया जा रहा है। नक्खास में अब तक 14 मरीज संक्रमित हो चुके हैं। इसी तरह कैसरबाग में 9 से ज्यादा लोग संक्रमण की जद में आ चुके हैं। लिहाजा इन इलाकों में ज्यादा से ज्यादा लोगों के नमूने लिए जा रहे हैं।
सीएमओ ने बताया कि जमाती व स्थानीय लोगों को मिलाकर अब तक 161 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। इनमें लखनऊ के 118 मूल निवासी हैं। उन्होंने बताया कि एफआई और समेत दूसरे अस्पतालों में अभी कोई संक्रमित मरीज भर्ती नहीं है। बीबीडी व उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय में क्वॉरंटीन में लोगों के रखने की व्यवस्था है।पु