लखनऊ। कोरोना महामारी जब से आई है तभी से सरकार ने सभी विद्यालयों को बंद कर रखा है। ऐसे में बच्चों की शिक्षा बाधित ना हो इसलिए सरकार ने ऑनलाइन कक्षाओं को चलाने के लिए विभागीय आदेश दिए जिसको लेकर विद्यालयों द्वारा ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। परंतु ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या साथ ही अभिभावकों की गरीबी के कारण वह लोग मल्टीमीडिया मोबाइल नहीं खरीद पा रहे हैं साथ ही यदि मोबाइल है तो उसको रिचार्ज कराने की बड़ी समस्या है ऐसे में ऑनलाइन शिक्षा से सभी बच्चे जुड़ नहीं पा रहे थे।
सभी बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए प्राथमिक विद्यालय गुमानी खेड़ा के शिक्षक अनिल कुमार वर्मा वंदना यादव शिक्षामित्र विशेश्वर तथा राम कुमारी ने आपस में विचार विमर्श किया की हम सभी बच्चों को किस तरह शिक्षा से जोड़ पाए। फिर उन्होंने यह कार्य प्रारंभ किया कि हम लोग प्रतिदिन विद्यालय आते ही हैं तो क्यों ना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए क्यों ना बच्चों के घर घर जाकर उन्हें शिक्षित करने का कार्य शुरू कर दिया।
इसका परिणाम यह निकला की अब सभी बच्चे शिक्षक के आने से पहले उनका इंतजार करते मिलते हैं अभिभावकों में भी भारी खुशी है। विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष नवमी लाल ने बताया की हमारे विद्यालय के शिक्षकों द्वारा बहुत ही अच्छी पहल प्रारंभ की गई है इससे जो बच्चे मोबाइल ना होने के कारण शिक्षा से नहीं जुड़ पा रहे थे उन बच्चों को शिक्षकों ने घर घर जाकर पढ़ाई से जोड़ दिया है।
अभिभावक राजकुमारी कहती हैं कि विद्यालय के अध्यापकों द्वारा घर घर आकर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है यह बहुत ही अच्छा कार्य किया जा रहा है। शिक्षकों के कार्य से बच्चों के साथ साथ अभिभावक भी खुश हैं अब वह भी अध्यापकों के आने का इंतजार करते हैं।