
लखनऊ। लखनऊ के मनकामेश्वर घाट के आसपास गोमती नदी की सफाई करने के लिए गोमती पुत्रों ने एक संकल्प लिया था। इस संकल्प के साथ नदी की सफाई का कार्य 92 सप्ताह तक लगातार निरंतर चलता रहा।
संकल्प को पूरा करने में पुरजोर मेहनत कर रहे लोगों के लिए लॉकडाउन एक बाधा बनकर सामने आयी। 92 सप्ताह के बाद अभी गोमती नदी के स्वच्छता का कार्य रुका हुआ है।
विश्व पर्यावरण दिवस के दिन गोमती नदी के स्वच्छता का संकल्प कराने वाले रंजीत सिंह ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में स्वच्छता कार्य को दूसरे रूप में किया जा रहा है। 92 सप्ताह के बाद गोमती नदी के सफाई का कार्य रुक गया तो गोमती पुत्रों ने मोहल्ला-मोहल्ला, गली-गली सेनीटाइजर मशीन से कोरोना वायरस के समाप्ति के लिए स्वच्छता का कार्य किया।
सिंह ने कहा कि साफ-सफाई के दौरान अपने कुछ साथी बीमार भी पड़े, जिनका उपचार कराया गया। उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस पर आज उनकी टोली की तरफ से 500 पौधे गोमती नदी के तट पर लगाए जा रहे हैं। लॉक डाउन समाप्त होने के बाद पुनः गोमती नदी की स्वच्छता और पर्यावरण बचाव का कार्य संकल्पित ढंग से शुरू होगा।