लखीमपुर खीरी। लखीमपुर खीरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में मारे गए आठ लोगों में 28 वर्षीय एक पत्रकार भी शामिल था।
स्थानीय पत्रकारों ने पत्रकार रमन कश्यप के परिवार के लिए 50 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है जो एक निजी टीवी चैनल के लिए काम करते थे। उन्होंने पत्रकार की पत्नी के लिए नौकरी और मामले के आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की भी मांग की।
कश्यप (28) लखीमपुर खीरी जिले की निघासन तहसील के रहने वाले थे। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा का पैतृक गांव बनबीरपुर भी इसी तहसील के अंतर्गत आता है।
कश्यप की मौत को लेकर सोमवार को पत्रकारों ने निघासन में धरना दिया था जिसमें उनके पिता भी शामिल हुए थे।
पत्रकार के पिता राम दुलारे ने बताया कि उनका बेटा रविवार को किसानों के विरोध प्रदर्शन की कवरेज के लिए गया था, तभी वह एक वाहन की चपेट में आ गया और गंभीर रूप से घायल हो गया था। उन्होंने बताया कि घटना के बाद से वह कई घंटे तक लापता रहा, बाद में पता चला कि उसे तीन अक्टूबर की देर रात जिला अस्पताल लाया गया। सोमवार को उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। बाद में रमन कश्यप के शव की पहचान उनके पिता ने की थी।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के स्वागत के लिए जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा चलाए जा रहे वाहनों से कथित तौर पर कुचलकर चार किसानों की मौत हो गई थी।
झड़पों में कश्यप सहित चार अन्य की भी मौत हो गई थी। दो भाजपा कार्यकर्ता थे, श्याम सुंदर और शुभम मिश्रा (27) और एक व्यक्ति केंद्रीय मंत्री का चालक हरियोम मिश्रा (35) था। तीनों लखीमपुर के रहने वाले थे।
अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने सोमवार को हादसे में मारे गये गये चार किसानों के परिवारों को 45 45 लाख रुपये देने की घोषणा की थी।