लखनऊ। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और कल्याण सिंह के बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में बुधवार को फैसला सुनाने जा रही विशेष सीबीआई अदालत में शारीरिक रूप से नहीं हुए हैं। इनकी वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिये अदालत में हाजिर होने की संभावना है।
खबरों के अनुसार जिन 32 आरोपियों का नाम मुकदमे में हैं उनमें से 26 कोर्ट रूम में मौजूद हैं। एलके आडवाणी, एमएम जोशी और उमा भारती वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में हाजिर हो सकते हैं।अभियुक्तों के वकील केके मिश्रा ने इस आशय की जानकारी देते हुए यह भी बताया कि राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास के भी अदालत में हाजिर होने की संभावना बेहद कम है।
अन्य अभियुक्तों में साध्वी रितंभरा, साक्षी महाराज और चंपत राय अदालत में पहुंच गए हैं वहीं विनय कटियार, महंत धर्मदास, राम विलास वेदांती, लल्लू सिंह और पवन पांडे पहले ही लखनऊ पहुंच गए हैं और उनके भी कुछ देर बाद अदालत में हाजिर होने की संभावना है।
विशेष सीबीआई अदालत 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के मामले में आज फैसला सुनाएगी। उच्चतम न्यायालय ने इस मामले की सुनवाई पूरी करने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया था।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में बाबरी मस्जिद गिराए जाने को अपने फैसले में कानून का बड़ा उलंघन माना था।