मायावती ने मंगलवार को किए गए सिलसिलेवार ट्वीट में आजमगढ़ के पलिया गांव में हाल में हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘आजमगढ़ पुलिस द्वारा पलिया गांव के पीड़ित दलितों को न्याय देने के बजाय उन पर ही अत्याचारियों के दबाव में आकर खुद भी जुल्म-ज्यादती करना व उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाना अति-शर्मनाक है। सरकार इस घटना का शीघ्र संज्ञान लेकर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई व पीड़ितों की आर्थिक भरपाई करे।’’
1.आजमगढ़ पुलिस द्वारा पलिया गाँव के पीड़ित दलितों को न्याय देने के बजाय उनपर ही अत्याचारियों के दबाव में आकर खुद भी जुल्म-ज्यादती करना व उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाना अति-शर्मनाक। सरकार इस घटना का शीघ्र संज्ञान लेकर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई व पीड़ितों की आर्थिक भरपाई करे।
— Mayawati (@Mayawati) July 6, 2021
2. साथ ही, अत्याचारियों व पुलिस द्वारा भी दलितों के उत्पीड़न की इस ताजा घटना की गंभीरता को देखते हुए बीएसपी का एक प्रतिनिधिमण्डल श्री गया चरण दिनकर, पूर्व एमएलए के नेतृत्व में पीड़ितों से मिलने शीघ्र ही गाँव का दौरा करेगा।
— Mayawati (@Mayawati) July 6, 2021
पुलिस पर हमले के बाद देर रात पुलिस ने दलित बस्ती की घेराबंदी की थी। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने मुख्य आरोपी बताये जा रहे ग्राम प्रधान के मकान में तोड़फोड़ की और मकान को गिरा दिया और गांव के अन्य घरों में लूटपाट भी की। पुलिस ने इस मामले में 11 नामजद व 135 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के पलिया गांव में पुलिस द्वारा दलितों पर कथित रूप से किए गए अत्याचार के मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।