प्रवासी श्रमिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए: योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को टीम-11 की बैठक में अफसरों को निर्देश दिये कि सभी प्रवासी कामगारों को सुरक्षित लाने की व्यवस्था की जाए। उन्हें मेडिकल चेकअप के बाद खाद्यान्न व भरण पोषण भत्ता देकर सुरक्षित घरों तक पहुंचाएं। यदि बीमारी के लक्षण हैं तो तत्काल अस्पतालों में उपचार दें।

लखनऊ। योगी सरकार प्रदेश के प्रवासी कामगारों, श्रमिकों की सुरक्षित वापसी में युद्धस्तर पर जुटी हुई है। मुख्यमंत्री ने प्रतिदिन कम से कम तीस से चालीस हजार लोगों को ट्रेनों-बसों को प्रदेश में वापस लाने के निर्देश दिये हैं। इस पर तेजी से अमल भी किया जा रहा है।
वहीं मुख्यमंत्री ने लोगों से राज्य में वापस आने के लिए पैदल, साइकिल या दो पहिया वाहन से नहीं चलने की अपील की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सभी प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की प्रदेश में सुरक्षित वापसी के लिए कार्य कर रही है। इसके लिए सम्बन्धित राज्य सरकारों से ऐसे प्रवासियों की सूची प्राप्त की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी अवैध रूप से प्रदेश में न आने पाए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को टीम-11 की बैठक में अफसरों को निर्देश दिये कि सभी प्रवासी कामगारों को सुरक्षित लाने की व्यवस्था की जाए। उन्हें मेडिकल चेकअप के बाद खाद्यान्न व भरण पोषण भत्ता देकर सुरक्षित घरों तक पहुंचाएं। यदि बीमारी के लक्षण हैं तो तत्काल अस्पतालों में उपचार दें। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रवासी कामगार को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि विभिन्न राज्यों से वापस आ रहे प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की जनपदवार सूची सम्बन्धित जिलाधिकारी को उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में विभिन्न राज्यों से प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को लेकर सर्वाधिक ट्रेनें पहुंचीं हैं। रेल यात्रा के पश्चात प्रवासियों कोे उनके गृह जनपद पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की बस का प्रयोग किया जाए। 

बाहर से आने वालों के लिए संचालित क्वारंटीन सेन्टर/आश्रय स्थल पर स्वच्छता व सुरक्षा के पर्याप्त प्रबन्ध किए जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी दशा में अव्यवस्था न उत्पन्न हो। कम्युनिटी किचन के माध्यम से गुणवत्तायुक्त एवं भरपेट भोजन की प्रभावी व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी 75 जनपदों में जिलाधिकारियों को सहयोग प्रदान करने के लिए आईएएस तथा वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी नामित किए गए हैं। इन अधिकारियों से नियमित संवाद रखा जाए। उन्होंने विदेश से आ रहे लोगों की स्क्रीनिंग कर क्वारंटीन सेन्टर में रखे जाने के निर्देश भी दिए।

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान बंद ऐसे उद्योगों व औद्योगिक संस्थानों (सूक्ष्म, लघु व मध्यम), जिन्होंने अपने सभी कामगारों व श्रमिकों को मानदेय उपलब्ध कराया है, वहां काम करने वाले कामगारों को आगे भी उनका मानदेय अवश्य मिलता रहे। इसके साथ ही कोरोना योद्धाओं को पूरी सुरक्षा के साथ ही हर कामगार व श्रमिक को भी पूरी सुरक्षा व सम्मान दिया जाए। 

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रवासी कामगारों, श्रमिकों से अपील करते हुए कहा कि प्रदेश का कोई भी कामगार, श्रमिक जो प्रदेश या प्रदेश से बाहर हैं, वह पैदल, साइकिल या दो पहिया वाहन से ना चलें, प्रदेश सरकार सभी राज्य सरकारों से समन्यवय स्थापित करते हुए उनकी सुरक्षित वापसी की पूरी कार्रवाई को युद्धस्तर पर आगे बढ़ा चुकी है।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि विभिन्न राज्यों से वापस आ रहे प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की जनपदवार सूची सम्बन्धित जिलाधिकारी को उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में विभिन्न राज्यों से प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को लेकर सर्वाधिक ट्रेनें पहुंचीं हैं। रेल यात्रा के पश्चात प्रवासियों कोे उनके गृह जनपद पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की बस का प्रयोग किया जाए।

First Published on: May 8, 2020 6:41 PM
Exit mobile version