विधायक विजय मिश्र की बेटी को सता रहा अनहोनी का डर

पेशे से वकील रीमाने यूपी सरकार से अनुरोध किया कि उनके पिता को सही सलामत लाकर अदालत में पेश किया जाए।

भदोही। बाहुबली विधायक विजय मिश्र को मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले से हिरासत में लिये जाने के बाद उनकी बेटी रीमा मिश्रा को अनहोनी का डर सता रहा है। रीमा ने यूपी सरकार से अनुरोध किया कि उनके पिता को सही सलामत लाकर अदालत में पेश किया जाए। पेशे से वकील रीमा ने यहां एक अदालत के बाहर अपने पिता की गिरफ्तारी को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए पत्रकारों से कहा, भदोही पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह से वह पूछना चाहती हैं कि उनके विधायक पिता किसकी निगरानी में हैं और क्या वहां मध्य प्रदेश पुलिस के साथ उत्तर प्रदेश की पुलिस भी मौजूद है?

उन्होंने कहा, ‘मैं भदोही पुलिस अधीक्षक सहित प्रदेश सरकार से अनुरोध करती हूँ कि मेरे पिता को सही सलामत अदालत में लाकर पेश करें।’ रीमा ने पुलिस अधीक्षक से कहा, ‘‘वह पूरी कार्रवाई पर नजर रखते हुए उनके पिता को अदालत में पेश करें । जो भी अपराधी है, उसे सजा देने के लिए अदालत है।’

इस बीच, प्रदेश सरकार के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने ट्वीट कर कहा, ‘‘विजय मिश्र ने सपा और बसपा सरकार में रहते हुए कई हत्याएं करायीं। यहां तक कि मिश्र ने उन पर (नंदी) हमला कराया। जिस पर 73 मुकदमे दर्ज हों, वह अपराधी नहीं तो क्या है?’

यहां उल्लेखनीय है कि विजय मिश्र पर कुल 73 मुकदमे दर्ज हैं । उनके रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने भी मिश्र के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। इस बीच, प्रदेश सरकार के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने ट्वीट कर कहा, ‘‘विजय मिश्र ने सपा और बसपा सरकार में रहते हुए कई हत्याएं करायीं। यहां तक कि मिश्र ने उन पर (नंदी) हमला कराया। जिस पर 73 मुकदमे दर्ज हों, वह अपराधी नहीं तो क्या है?’

उधर जिला पंचायत अध्यक्ष काजल यादव के पति और विधायक मिश्र के प्रतिनिधि राजित राम यादव ने संवाददाताओं से कहा, हम लोगों को आशंका है कि उनकी हत्या कराई जा सकती है। इस बीच, विजय मिश्रा की पत्नी रामलली मिश्रा की अग्रिम ज़मानत अर्ज़ी अदालत ने ख़ारिज करते हुए उन्हें ‘एमपी—एमएलए अदालत’ जाने को कहा है, जबकि बेटे विष्णु मिश्र को अग्रिम जमानत की सुनवायी पूरी होने तक अंतरिम जमानत दे दी।

First Published on: August 15, 2020 4:47 AM
Exit mobile version