
जालौन। मां के ममत्व को शब्दों में नहीं बांधा जा सकता। कहा जाता है कि एक मां के लिए उसकी संतान जीवन है और वह उसे बचाने के लिए बड़े से बड़े खतरे से लड़ जाती है, लेकिन उत्तर प्रदेश के जालौन में एक अलग ही घटना सामने आई है। यहां एक मां आर्थिक संकट से जूझने और बच्चों की बीमारी के चलते उनकी हत्या कर खुदकुशी कर ली।
पुलिस भी घटना की वजह आर्थिक संकट और बच्चों का बीमार होना बता रही है। जालौन के एसपी यशवीर सिंह के पीआरओ ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार शाम करीब सात बजे एट कस्बे के गढ़ी मुहल्ले में शबाना (39) नामक महिला का शव बंद कमरे में फांसी के फंदे पर लटकता हुआ पाया गया। उसकी बेटी रोशनी (20) का शव फर्श पर व बेटे आशिक (15) का शव चारपाई पर पड़ा था। उन्होंने बताया कि रोशनी व आशिक मानसिक और शारीरिक रूप से अस्वस्थ चल रहे थे।
कोंच के सीओ राहुल पांडेय ने बताया, “महिला का पति मुस्ताक पेशे से ट्रक चालक है, घटना के समय वह काम पर घर से बाहर था। शाम को मुस्ताक ने बाजार से खरीदकर कुछ फल अपने मुहल्ले के रहने वाले युवक शरीफ से घर भिजवाये, तब घटना का खुलासा हुआ और पुलिस को सूचना दी गयी।
सीओ पांडेय ने बताया, प्रथमदृष्टया ऐसा लगता है कि बेटी और बेटे की हत्या करने के बाद महिला ने बंद कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया है और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं। आशंका है कि आर्थिक संकट और बच्चों की मानसिक बीमारी से डिप्रेशन में आकर महिला ने इतना बड़ा कदम उठाया होगा।