नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के एक गांव में शिक्षक की गोली मारकर हत्या के बाद हत्यारोपी के भीड़ की हिंसा के शिकार हो जाने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने यूपी सरकार और डीजीपी को नोटिस भेजा है। NHRC ने पूछा है कि पुलिस बल की मौजूदगी में भीड़ ने कानून हाथ में लेकर ऐसी क्रूरतापूर्ण हरकत कैसे कर दी।
NHRC ने कहा है कि उसे जानकारी मिली है कि पुलिस बल की मौजूदगी में ग्रामीणों ने कानून हाथ में लेकर क्रूरतापूर्ण हरकत की है, जिसे झुठलाया नहीं जा सकता। आयोग ने कहा, पीड़ित पर जब डंडों और पत्थरों से बर्बरतापूर्वक हमला किया गया तब पूरी तरह से तैयार पुलिस टीम वहां मौजूद थी।
आयोग ने मामले का संज्ञान लेते हुए प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट देने के लिये कहा है। आयोग ने इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव को भी नोटिस जारी किया है। घटना सोमवार सुबह कुशीनगर जिले में तरयासुजान थाने के रामपुर बंगरा गांव में हुई।
आयोग ने कहा कि पुलिस के अनुसार गोरखपुर का एक व्यक्ति सुधीर कुमार सिंह नामक एक अध्यापक को खोजने गांव आया था, लेकिन जैसे ही उसने सिंह को देखा, तुरंत अपने पिता की बंदूक निकालकर उसकी हत्या कर दी। शिक्षक को मारने के बाद उस व्यक्ति ने भागने की कोशिश की लेकिन घर के बाहर भीड़ जमा होने के चलते वह छत पर चढ़ गया और गांव वालों में डर पैदा करने के लिये बंदूक हवा में लहराने और चलाने लगा। पुलिस की एक टीम ने छत पर उसका पीछा किया, लेकिन वह वहां से भाग गया और भीड़ के हत्थे चढ़ गया और भीड़ उस पर टूट पड़ी।