लखनऊ। लाखों की तादाद में बाहरी राज्यों से लौट प्रवासी मजदूरों के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने टिकट के पैसे वापस देने की शुरुआत कर दी है। कोरोना संकट में फंसे मजदूरों और जरुरतमंदों के लिए कांग्रेस ने यूपी मित्र हेल्पलाइन भी शुरु किया है।
यूपी मित्र हेल्पलाइन नंबर को राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर यूपी कांग्रेस ने कोरोना आपदा में फंसे मजदूरों, जरूरतमंदों के लिए जारी किया है। साथ ही आज ही प्रियंका गांधी ने यूपी में वापस लौटे मजदूरों के टिकट के पैसे वापस करने की मुहिम शुरु की है।
बड़ी तादाद में पैदल, सायकिल या अन्य साधनों से अपने घर लौट रहे मजदूरों के लिए राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने कांग्रेस को मदद के लिए लगाया है। प्रियंका के निर्देश पर यूपी कांग्रेस हाईवे पर पैदल चल रहे श्रमिक और जरूरतमंद लोगों को मदद करने के लिये एक टीम गठित करेगी, जो उनके भोजन और ठहराव का प्रबंध करेगी।
आज एक ट्वीट कर प्रियंका गांधी ने यूपी के अमेठी व रायबरेली जिले के लिए अलग अलग नंबर जारी किए हैं जहां फोन कर वापस लौटे मजदूर अपने टिकट की फोटो दिखा कर पैसे ले सकता है। प्रियंका ने कहा कि उन्होंने रायबरेली व अमेठी के डीएम से दूसरे राज्यों से आए लोगों की सूची माँगी है। जिससे उन्हें टिकट के पैसे दिए जा सकें। उन्होंने दो सहायता नंबर देते हुए कहा कि इन पर टिकट की फोटो, पता भेजने से कांग्रेस प्रवासी मजदूरों व अन्य जरुरतमंदों का रेल भाड़ा अदा करेगी।
इसके साथ गुरुवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने संयुक्त वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उत्तर प्रदेश सरकार को घेरा। गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी जी ने घोषणा की है कि हर प्रवासी मजदूर के रेलवे किराये का भुगतान कांग्रेस पार्टी करने को तैयार है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अजय कुमार लल्लू और आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने कहा कि मजदूरों ने इस देश के निर्माण में अपना खून-पसीना लगाया है। आज जब देश का मजदूर संकट में है तो सरकार ने उन्हें अकेला छोड़ दिया है। मजदूरों के पास खाने-पीने के लिए कुछ भी नहीं है। सैकड़ों-हजारों किलोमीटर की पैदल, सायकिल से यात्रा करने के लिए मजदूर मजबूर हुए हैं। सिर्फ इतना ही नहीं सरकार उनसे इस विपत्ति में भी किराया वसूल रही है। यह अमानवीय और शर्मनाक है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर मजदूरों की लिस्ट मांगी थी लेकिन सरकार की तरफ से कोई जबाब नहीं आया। उन्होंने कहा कि यह सरकार मजदूरों के साथ जो बर्बर और अमानवीय व्यवहार कर रही है, उसे भूलाया नहीं जा सकेगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक दल की नेता ने कहा कि देश का मजदूर सैकड़ों-हजारों किलोमीटर की यात्रा भूखे-प्यासे करने को मजबूर है। सरकार कोई मदद नहीं कर रही है। कांग्रेस पार्टी की तरफ से जगह-जगह पर मजदूरों के लिए जलपान कराने की व्यवस्था की, लेकिन इस सरकार की ओर से इसकी भी अनुमति नहीं मिली।