लखनऊ। उत्तर प्रदेश में छह माह के भीतर ही विधानसभा के चुनाव होने के कारण प्रदेश में सियासत का पारा लागातार उपर चढता जा रहा है। इसी को मद्देनजर रखते हुए। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जन संवाद के लिए 12 अक्टूबर से निकालने की घोषणा की है।
जानकारी के अनुसार विजय यात्रा लेकर अखिलेश यादव हर जिला और विधानसभा क्षेत्र में जाएंगे और अपनी पार्टी के लिए माहौल तैयार करेंगे। अखिलेश यादव जनसभा को संबोधित कर जनता से परिवर्तन की अपील और अपने लिए समर्थन मागेंगे।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने मंगलवार को कहा, ‘‘प्रदेश में अमानवीय सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए सपा प्रमुख 12 अक्टूबर से समाजवादी विजय यात्रा निकालने जा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस यात्रा का उद्देश्य लोगों को भाजपा सरकार की भ्रष्ट, निरंकुश और दमनकारी नीतियों से अवगत कराना और वास्तविक लोकतंत्र की स्थापना करना है।’’
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 5, 2021
चौधरी ने कहा कि अखिलेश की यात्राएं राज्य में बदलाव के लिए हैं। उन्होंने कहा कि सपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में यादव की पहली क्रांति यात्रा 31 जुलाई, 2002 को शुरू हुई और उसके बाद उन्होंने क्रांति रथ यात्रा समेत कई यात्रा निकाली।
सपा प्रमुख की यात्रा राज्य के किन मार्गों से होकर गुजरेगी, पार्टी ने अभी इसे सार्वजनिक नहीं किया है।
आपको बता दें कि अखिलेश यादव सबसे पहले 31 जुलाई, 2001 में पहली क्रांति रथ यात्रा लेकर प्रदेश में निकले थे। दूसरी बार क्रांति रथ यात्रा 12, सितंबर 2011 को वह यूपी के गांव-गांव, गली-गली घूमे। जिसका नतीजा यह रहा कि 2012 के चुनाव में उनकी पार्टी को प्रचंड बहुमत हासिल हुआ।
जिसके बाद अखिलेश यादव ने 2012 में पहली बार यूपी के सबसे युवा मुख्यमंत्री के रूप में सबसे बड़े सूबे की कुर्सी को संभाला। अब एक बार फिर जब सपा की कमान उनके हाथों में है, तो वह उत्तर प्रदेश में 12 अक्टूबर से समाजवादी विजय यात्रा निकालने जा रहे हैं। देखना दिलचस्प होगा कि ये यात्रा अखिलेश के लिए कितना सकारात्मक साबित होती है।