हाथरस की बेटी के इंसाफ के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वाराणसी में रोका स्मृति ईरानी का काफिला


काफिले रोके जाने और विरोध प्रदर्शन के बाद ईरानी के साथ चल रहे पुलिस दस्ते ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया। कांग्रेस कार्यकर्ता हाथरस की बेटी के साथ हुए दुष्कर्म के बाद उसके परिवार को न्याय देने की मांग कर रहे थे। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्मृति ईरानी को काले झंडे और चुड़िया भी दिखाई।


मंज़ूर अहमद मंज़ूर अहमद
उत्तर प्रदेश Updated On :

वाराणसी। हाथरस की बलात्कार पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने के लिए शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वाराणसी दौरे पर आईं बीजेपी नेत्री स्मृति ईरानी के वाहनों के काफिले को रोक लिया और मोदी-योगी मुर्दाबाद के नारे लागाए।

काफिले रोके जाने और विरोध प्रदर्शन के बाद ईरानी के साथ चल रहे पुलिस दस्ते ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया। कांग्रेस कार्यकर्ता हाथरस की बेटी के साथ हुए दुष्कर्म के बाद उसके परिवार को न्याय देने की मांग कर रहे थे। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्मृति ईरानी को काले झंडे और चुड़िया भी दिखाई।

वाराणसी से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी ने ट्वीट कर कहा, ” प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस में भाजपा सरकार की महिला एवं बाल विकास मंत्री @smritiirani को काला झंडा और चूड़ियां देकर कांग्रेस के सिपाहियों ने हाथरस की घटना पर संवेदनहीनता और निष्क्रियता का कारण जानने की कोशिश की मगर उन्होंने जवाब देने के बजाय भागना उचित समझा !”

बता दें कि यूपी के हाथरस में 15 दिन पहले एक दलित लड़की को गांव के उच्च जाति के चार युवकों ने कथित रूप से बालात्कार किया था और युवकी किसी से कुछ कहे नहीं इसके लिए उसकी जीभ काट दी गई थी साथ ही उसकी गर्दन को दो जगहों से तोड़ दी गई थी। साथ ही लड़की को काफी मारा भी गया था जिससे उसके कमर से निचे का हिस्सा भी काम नहीं कर रहा था। अस्पताल में 15 दिनों तक जिंदगी और मौत से लड़के बाद 22 सितम्बर को पीड़िता की मौत हो गई।

इस मामले में पुलिस प्रशासन से लेकर हर स्तर पर गंभीर खामियां नजर आई और न्यूज 24 को दिए बयान में उसके भाई ने कहा है कि पुलिस ने उसकी पहन को रात में पेट्रोल छिड़कर जला दिया।



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