नई दिल्ली। अपने अर्दली के साथ नैनीताल से रुड़की जा रहीं तहसीलदार सुनयना राणा की कार शनिवार की रात बिजनौर में एक नहर में अनियंत्रित होकर गिर गई। इस हादसे में महिला तहसीलदार सहित अर्दली और कार चालक की मौत हो गयी। रविवार की सुबह सूचना के बाद बिजनौर पुलिस और जिला प्रशासन के लोग मौके पर पहुंच गए। प्रशासन के लोगों ने क्रेन की मदद से कार बाहर निकालकर शव बरामद किया। बिजनौर के डीएम रमाकांत पांडेय ने बताया कि तहसीलदार विभागीय प्रशिक्षण के लिए नैनीताल गई थीं।
घटना के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने रविवार को बताया कि रुड़की की तहसीलदार सुनयना राणा (35) शनिवार रात अपने अर्दली ओमपाल के साथ एक वाहन से नैनीताल से रुड़की जा रही थीं कि तभी उनका वाहन गंग नहर की पुलिया की रेलिंग तोड़कर नहर में जा गिरा। उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस ने बचाव कार्य शुरू कर दिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रविवार सुबह तीनों के शव निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए गए।
उन्होंने बताया कि नहर में पानी का बहाव तेज था। उत्तराखंड के अधिकारियों को घटना की जानकारी दे दी गई है। वहीं हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि शनिवार देर रात बिजनौर के नजीबाबाद में हुए हादसे में राणा, उनके अर्दली ओमपाल और चालक सुंदर सिंह की मौत हो गई। मौके पर मौजूद हरिद्वार के तहसीलदार आशीष कुमार घड़ियाल और तहसीलदार-प्रभारी कुंभ मनजीत सिंह ने बताया कि शनिवार रात सभी नैनीताल से प्रशिक्षण के बाद लौट रहे थे। राणा की गाड़ी सबसे पीछे थी।
उन्होंने बताया कि बीती रात लगभग 10 बजे राणा की लोकेशन मिलनी बंद हो गई और उनका मोबाइल भी बंद हो गया। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद राणा की तलाश शुरू की गई और जिला प्रशासन को इसकी सूचना दी गई। बिजनौर के कई थानों की पुलिस उनकी गाड़ी की तलाश में लग गई। बाद में नहर की पुलिया की रेलिंग टूटी मिलने के बाद बैराज से पानी का रुख मोड़ा गया और शव निकाले गए।