प्रयागराज। यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के पहले ही दिन चार लाख से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी। परीक्षा गुरुवार से शुरू हुई। यूपी बोर्ड मुख्यालय को 75 जिलों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार कुल पंजीकृत 31,14,224 में से 2,18,189 छात्रों ने पहली पाली में परीक्षा छोड़ दी। पहली पाली में अनुपस्थित रहने वालों में हाई स्कूल के 31,08,584 में से 2,17,702 और इंटरमीडिएट के 487 छात्र शामिल हैं।
दूसरी पाली में भी, कुल पंजीकृत 25,80,544 में छात्रों में से इंटरमीडिएट के 1,83,865 छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी। इस प्रकार कुल 4,02,054 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा छोड़ दी।
बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने कहा कि राज्य सरकार के आदेश पर नकल विरोधी कड़े कदम उठाए जाने के कारण पहले ही दिन चार लाख छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हुए।
पहले दिन गाजीपुर में पांच और मथुरा, जौनपुर, बुलंदशहर और लखनऊ में एक-एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए।
बोर्ड के अधिकारियों ने कहा, इन नौ व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।
पहले दिन की परीक्षा में 11 छात्र नकल करते पकड़े गए। अधिकारियों ने कहा कि हाई स्कूल के सात छात्र और तीन छात्राएं और इंटरमीडिएट का एक छात्र पकड़ा गया।
पहली पाली में परीक्षा में अनुचित साधनों के प्रयोग को सुविधाजनक बनाने के आरोप में गाजीपुर के श्री सुचित नंदन इंटर कॉलेज, विशनपुरा के प्राचार्य योगेंद्र यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी।
राज्य सरकार ने परीक्षाओं के सुचारु और निष्पक्ष संचालन के लिए पुलिस के साथ-साथ स्थानीय खुफिया इकाई (एलआईयू) और राज्य पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के कर्मियों की तैनाती की है।
नकल न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए, राज्य भर के सभी 8,753 परीक्षा केंद्रों के 1.43 लाख परीक्षा कक्षों में 3 लाख वॉयस रिकॉर्डर के साथ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, इनमें 540 सरकारी संस्थान, 3,523 निजी और 4,690 गैर-सहायता प्राप्त कॉलेज शामिल हैं।
लखनऊ में केंद्रीय राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष के अलावा जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम से भी परीक्षा केंद्रों की ऑनलाइन मॉनीटरिंग की जा रही है।
इस साल यूपी बोर्ड की परीक्षा में शामिल होने के लिए जेल में बंद कुल 170 कैदी भी पंजीकृत हैं। उनमें से 79 हाई स्कूल परीक्षा में और 91 इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल होंगे।