एशियाई-अमेरिकी पर हमला अमेरिकी भावना के खिलाफ : बाइडन

बाइडन ने अपने पहले ‘प्राइम-टाइम’ संबोधन में एशियाई-अमेरिकी पर ‘क्रूर’ हमलों की निंदा करते हुए कहा कि इस समुदाय के लोगों को प्रताड़ित किया गया, उन पर आरोप लगाए गए और उन्हें बलि का बकरा बनाया गया।

वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि देश में वैश्विक महामारी के दौरान एशियाई-अमेरिकी पर नफरत की भावना से किए गए ‘‘क्रूर’’ हमले अमेरिकी भावना के खिलाफ है।

बाइडन ने अपने पहले ‘प्राइम-टाइम’ संबोधन में एशियाई-अमेरिकी पर ‘क्रूर’ हमलों की निंदा करते हुए कहा कि इस समुदाय के लोगों को प्रताड़ित किया गया, उन पर आरोप लगाए गए और उन्हें बलि का बकरा बनाया गया।

बाइडन ने इस साल 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभाला है।

राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ मास्क, जो कई बार जिंदगियां बचाने का सबसे आसान तरीका होता है, उसने हमें विभाजित कर दिया। विभिन्न राज्य एक साथ काम करने की बजाय एक दूसरे के खिलाफ खड़े हो गए, एशियाई-अमेरिकियों पर नस्ली नफरत से भरे क्रूर हमले किए गए, उन्हें प्रताड़ित किया गया, उन पर आरोप लगाए गए और उन्हें बलि का बकरा बनाया गया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ इस समय, उनमें से हमारे कई साथी अमेरिकी वैश्विक महामरी से लोगों की जिंदगी बचाने की कोशिश में अग्रिम मोर्चे पर तैनात हैं, लेकिन फिर वे डर में जीने को मजबूर हैं और अमेरिका में सड़कों पर चलने से भी डरते हैं। यह गलत है, यह अमेरिकी भावना के खिलाफ है और यह रुकना चाहिए।’’

एशियाई-अमेरिकियों के खिलाफ नस्ली नफरत से भरे हमलों पर बाइडन के बयान का भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने स्वागत किया है।

खन्ना ने ट्वीट किया, ‘‘ एशियाई-अमेरिकियों को बलि का बकरा बनाने के खिलाफ स्पष्ट रूप से और दृढ़तापूर्वक बोलने के लिए राष्ट्रपति बाइडन आपका शुक्रिया।’’

‘नेशलन पब्लिक रेडियो’ (एनपीआर) की रिपोर्ट के अनुसार गैर-लाभकारी सामाजिक संगठन ‘स्टॉप एएपीआई हेट’ को 19 मार्च से 31 दिसम्बर 2020 के बीच एशियाई लोगों के खिलाफ नस्ली नफरत से भरे हमलों की 2800 से अधिक शिकायतें मिली, जिनमें शारीरिक उत्पीड़न और अभद्र शब्द कहना शामिल है।

‘स्टॉप एएपीआई हेट’ का लक्ष्य कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान एशियाई लोगों के खिलाफ भेदभावपूर्ण कृत्यों से निपटना है।

First Published on: March 12, 2021 1:58 PM
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