वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लिखे गए पत्र पर रहस्य अभी भी बना हुआ है। उस पत्र में डोनॉल्ड ट्रंप ने जो बाइडन के लिए क्या लिखा है इसके लिए हर अमेरिकी जानना चाहता था, लेकिन दोनों राष्ट्रपतियों के कड़वे रिश्तों के कारण लगता है अभी कुछ और दिनों तक इस पर रहस्य बना ही रहे।
अमेरिका में अक्सर ऐसा होता है कि पूर्व राष्ट्रपति ह्वाइट हाउस छोड़ने से पहले नये राष्ट्रपति के लिए पत्र लिखता है। पदभार ग्रहण करने के बाद नवनिर्वाचित राष्ट्रपति अपने पहले मीडिया ब्रीफ में देश को इस पत्र के बारे में बताता है। यह पत्र पूर्व राष्ट्रपति का नये राष्ट्रपति के विषय में एक साईलॉकिल आंकलन होता है, लेकिन ऐसा लगता है इस बार कई परम्पराओं के टूटने के साथ अमेरिका की एक यह भी परम्परा टूट गई है।
इसका कारण है अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप और जो बाइडन के बीच का रिश्ता। हम सभी जानते हैं कि चुनाव में अपनी हार के बाद ट्रंप ने अभी तक बाइडन को राष्ट्रपति पद की बधाई नहीं दी है और नाहीं हार स्वीकार की। हालांकि उन्होंने नये राष्ट्रपति के लिए पत्र लिखा जरूर हैं, लेकिन उस पत्र को ट्रंप ने नीजि करार देते हुए सार्वजनिक नहीं करने की शर्त भी जोड़ दी है जिसके कारण उस पत्र को सार्वजनिक करने के लिए बाइडन को ट्रंप से फोन पर बात करना पड़ेगा और बाइडन यह करना नहीं चाहते।
इससे पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद डो बाइडन को फोन कर उनके अंतिम दिन 19 जनवरी को लिखे गए पत्र को सार्जनिक करने के बारे में फोन कर बात करेंगे, लेकिन बाद में बाइडन ने अपनी राय बदल ली और अब वे ट्रंप को किसी तरह का फोन नहीं करेंगे।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने बृहस्पतिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ फोन करने की कोई योजना नहीं है।’’
दरअसल बाइडन ने कहा था कि ट्रंप ने व्हाइट हाउस से रवाना होने से पहले ‘‘ओवल ऑफिस’’ में उनके लिए ‘‘बेहद उदार’’ पत्र छोड़ा है। इस संदर्भ में साकी से सवाल किया गया था।
ट्रंप बाइडन के शपथ ग्रहण सामरोह में शामिल नहीं हुए थे,जैसा कि आम तौर पर निवर्तमान राष्ट्रपति नहीं करते हैं। साकी ने कहा, ‘‘ वह यह कहना चाहते थे कि पूर्व राष्ट्रपति की सहमति के बिना वह निजी पत्र सार्वजनिक नहीं करना चाहते। लेकिन मैं यह नहीं कहूंगी कि वह फोन करके उनकी मंजूरी लेंगे, वह बस उस निजी पत्र के प्रति सम्मान व्यक्त करने की कोशिश कर रहे थे।’’
ऐसी परंपरा है कि निवर्तमान राष्ट्रपति ओवल ऑफिस में नए राष्ट्रपति के लिए ‘रिजॉल्यूट डेस्क’ पर पत्र छोड़ते हैं।
ट्रंप ने अपने कार्यकाल के अंत तक कई स्थापित परंपराओं को तोड़ा था, इसलिए बुधवार तक इस पर अनिश्चितता थी की क्या वह राष्ट्रपति कार्यालय में अपने उत्तराधिकारी के लिए पत्र छोड़ने की परंपरा को निभाएंगे। ट्रंप ने बाइडन की जीत पर औपचारिक रूप से उन्हें बधाई भी नहीं दी थी।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में पत्रकारों से कहा था, ‘‘ ट्रंप ने ‘‘बहुत उदार’’ पत्र लिखा है। चूंकि यह बेहद निजी है इसलिए जब तक मैं उनसे बात नहीं कर लूं तब तक इस बारे में बात नहीं कर सकता। लेकिन वह बहुत उदार है।’’