केपटाउन। राजकुमार हैरी और उनकी पत्नी मेगन के बयान के बाद, ब्रिटेन के साथ ऐतिहासिक संबंध रखने वाले देशों में सवाल खड़ा हो गया है कि क्या अब वे वास्तव में ब्रिटेन और उसके शाही परिवार के साथ नजदीकी रिश्ता रखना चाहते हैं।
मेगन ने एक साक्षात्कार में कहा था कि शाही परिवार के एक सदस्य ने उनके अजन्मे बच्चे के रंग पर चिंता जताई थी।
इस साक्षात्कार के बाद शाही परिवार में हलचल होना लाजिमी था लेकिन अब यह मुद्दा राष्ट्रमंडल देशों के “परिवार” तक पहुंच गया है जो कि उन 54 देशों का समूह है जो कभी ब्रिटेन के उपनिवेश थे। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने कई दशकों तक राष्ट्रमंडल देशों के साथ अच्छे संबंध रखने की दिशा में प्रयास किए हैं।
राष्ट्रमंडल दिवस की पूर्व संध्या पर अमेरिका में प्रसारित किए गए साक्षात्कार के बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने कहा कि मेगन का बयान, ब्रिटेन के शाही परिवार के साथ संवैधानिक रिश्ते समाप्त करने का एक और कारण बन सकता है।
टर्नबुल ने ‘ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन’ से कहा, “महारानी के शासनकाल की समाप्ति के बाद हम कह सकते हैं कि अब परिवर्तन का समय आ गया है।”
इसके अलावा युगांडा के एक स्तंभकार निकोलस सेनगोबा ने लिखा कि इस सप्ताह के हैरी और मेगन के साक्षात्कार ने राष्ट्रमंडल की विश्वसनीयता पर हमारी “आंखें और खोलने” का काम किया है।
उक्त साक्षात्कार पर विशेष रूप से अफ्रीकी देशों की ओर से आक्रोश भरी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। एपी यश शाहिद शाहिद 1003 1306 केपटाउन