डब्ल्यूएचओ की तरफ से वायरस जांच में ‘‘जोड़तोड़’’ के खिलाफ चीन ने चेतावनी दी

बीजिंग।  चीन के विदेश मंत्रालय ने कोरोना वायरस की उत्पति को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा फिर से जांच करने को संभावित ‘‘राजनीतिक जोड़तोड़’’ करार देते हुए इसके खिलाफ बृहस्पतिवार को चेतावनी दी और कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय निकाय के प्रयासों का समर्थन करेगा।

डब्ल्यूएचओ ने बुधवार को 25 विशेषज्ञों की प्रस्तावित सूची जारी की जो वायरस की उत्पति के बारे में खोज के लिए अगले कदमों पर सलाह देंगे। इसके पहले के प्रयासों को चीन के प्रति नरम बताया गया था। चीन में दिसंबर 2019 में पहली बार मनुष्यों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का पता चला था।

डब्ल्यूएचओ की एक टीम के फरवरी के दौरे में बीजिंग पर आरोप लगा था कि वह आंकड़े मुहैया नहीं करा रहा है और उसके बाद से उसने आगे की जांच का विरोध किया। बीजिंग का कहना है कि अमेरिका एवं अन्य देश मामले का राजनीतिकरण कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि चीन ‘‘वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिक रूप से इसका पता लगाने में सहयोग करेगा और इसमें भागीदारी निभाएगा और किसी भी तरह की राजनीतिक जोड़तोड़ का कड़ा विरोध करेगा।’’

झाओ ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि डब्ल्यूएचओ सचिवालय सहित सभी संबंधित पक्ष और सलाहकार समूह निष्पक्ष एवं जवाबदेह वैज्ञानिक रूख अपनाएंगे।’’

संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा प्रस्तावित विशेषज्ञों में कुछ ऐसे लोग शामिल हैं जो पहले की टीम में भी थे। यह टीम कोविड-19 की उत्पति की जांच के लिए चीन के वुहान शहर गई थी।

 

First Published on: October 14, 2021 7:28 PM
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