हांगकांग। चीन ने हांगकांग की विधायिका के लिए जनता द्वारा सीधे चुने जाने वाले प्रतिनिधियों की सीटों में भारी कमी की है। उनकी संख्या पहले के मुकाबले एक चौथाई से भी कम कर दी गई है। यह भी तय किया गया है कि हांगकांग का शासन चलाने वाले ज्यादातर विधायक सीधे सीधे एक बीजिंग-समर्थक समिति चुनेगी।
हांगकांग की विधायिका ने चुनावी कानूनों में संशोधन करने वाला एक विधेयक बृहस्पतिवार को पारित किया जिससे जनता द्वारा निर्वाचित विधायकों की संख्या कम हो जाएगी और शहर के लिए फैसले लेने वाले बीजिंग समर्थक विधायकों की संख्या बढ़ जाएगी।
नया कानून शहर के राष्ट्रीय सुरक्षा विभाग को सार्वजनिक पद के लिए लड़ रहे संभावित प्रत्याशियों की पृष्ठभूमि की जांच करने और प्रत्याशी ‘‘देशभक्त” हों, यह सुनिश्चित करने के लिए एक नयी समिति गठित करने की शक्ति देता है।
हांगकांग विधायिका में सदस्यों की संख्या बढ़ाकर 90 की जाएगी जिनमें से 40 का निर्वाचन मुख्यत: बीजिंग समर्थक चुनाव समिति द्वारा किया जाएगा। हांगकांग में मतदाताओं द्वारा सीधे तौर पर चुने जाने वाले विधायकों की संख्या घटकर 20 हो जाएगी जो पूर्व में 35 थी।
विधेयक के पक्ष में 40 और विपक्ष में दो मत पड़े और इसका न के बराबर विरोध किया गया क्योंकि अधिकांश विधायक मुख्यत: चीन समर्थक हैं। इन विधायकों के लोकतंत्र समर्थक सहयोगियों ने पिछले साल सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया था जब चार विधायकों को बीजिंग के प्रति पर्याप्त रूप से वफादार न बताकर विधायिका से बेदखल कर दिया गया था।
बीजिंग के पक्षधर विधायकों ने बुधवार और बृहस्पतिवार को विधेयक पर हुई चर्चा के दौरान इसकी प्रशंसा की और कहा कि ये सुधार हांगकांग के प्रति वफादार न रहने वालों को सार्वजनिक पद के लिए दौड़ में शामिल होने से रोकेगा।