ढाका। बांग्लादेश में दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान हिंदुओं के खिलाफ हिंसा और मंदिरों पर भीड़ द्वारा हमले की हाल की घटनाओं के संबंध में गिरफ्तार अहम संदिग्ध से सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ करेंगी। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
इकबाल हुसैन (35) को बृहस्पतिवार रात को कॉक्स बाजार से गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर कोमिल्ला में एक दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान की प्रति कथित तौर पर रखने का संदेह है।
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा उत्सवों के दौरान सोशल मीडिया पर कथित ईशनिंदा वाली पोस्ट के बाद गत बुधवार से मंदिरों पर हमलों की घटनाएं देखी जा रही हैं। रविवार देर रात को एक भीड़ ने 66 मकान क्षतिग्रस्त कर दिए और कम से कम 20 मकानों को फूंक दिया।
पुलिस मुख्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमने कॉक्स बाजार समुद्र तट से कोमिल्ला के इकबाल हुसैन को गिरफ्तार किया है जो एक हफ्ते से चल रही व्यापक साम्प्रदायिक हिंसा का मुख्य संदिग्ध है।’’
उन्होंने बताया कि पुलिस और अन्य सुरक्षा तथा खुफिया एजेंसियां अब हुसैन से पूछताछ करेंगी। पुलिस ने पहले हुसैन को ‘‘आवारा’’ बताया था।
टीवी फुटेज में देखा गया कि हुसैन को कॉक्स बाजार से कोमिल्ला सड़क मार्ग से भारी सुरक्षा के बीच लाया गया। अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ के बाद उसे एक अदालत में पेश किया जाएगा जहां अगले कई दिनों के लिए उसे पुलिस की रिमांड में देने का अनुरोध किया जाएगा।
कोमिल्ला में एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि अदालत उसे हमारी हिरासत में रिमांड पर देने का आदेश देगी और कई अन्य सुरक्षा तथा खुफिया एजेंसियां भी उससे पूछताछ करेंगी।’’
देश में 13 अक्टूबर को उस समय हिंसा भड़क उठी थी जब इस्लाम की पवित्र किताब कुरान की एक प्रति कोमिल्ला में दुर्गा पूजा के दौरान हिंदू देवी के पैर में रखी मिली थी।
पुलिस ने बुधवार को बताया था कि उन्होंने 13 अक्टूबर को शहर के नानुआ दिघिर पार में पूजा स्थल पर ‘कुरान की प्रति रखने’ वाले व्यक्ति की सीसीटीवी फुटेज से पहचान कर ली है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चला कि वह आवारा है जबकि परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। बहरहाल, पुलिस ने कहा कि अगर यह दावा सही भी है तो कुछ निहित स्वार्थ वाले लोगों ने हिंसा भड़काने के लिए उसका इस्तेमाल किया होगा।