बांग्लादेश की राजधानी ढाका में भीषण विस्फोट से सात लोगों की मौत, कई घायल


बांग्लादेश की राजधानी ढाका में रविवार देर रात हुए एक विस्फोट में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। अधिकारियों को संदेह है कि हादसा गैस सिलेंडर में विस्फोट के कारण हुआ।


भाषा भाषा
विदेश Updated On :

ढाका। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में रविवार देर रात हुए एक विस्फोट में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। अधिकारियों को संदेह है कि हादसा गैस सिलेंडर में विस्फोट के कारण हुआ।

ढाका के पुलिस आयुक्त शफीकुल इस्लाम ने घटनास्थल मोगबाजार में पत्रकारों से कहा, ‘‘ अभी तक हमें विस्फोट में सात लोगों के मारे जाने की जानकारी मिली है।’’ उन्होंने बताया कि विस्फोट से सात इमारतें और तीन यात्री बसें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।

दमकल विभाग के प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल सज्जाद हुसैन ने बताया कि प्राथमिक जांच से प्रतीत होता है कि हादसा सिलेंडर गैस में विस्फोट के कारण हुआ, लेकिन ‘‘ यह कैसे हुआ इसका अभी पता लगाना बाकी है।’’

हुसैन ने कहा, ‘‘ पास की एक इमारत के भूतल पर एक रेस्तरां में गैस सिलेंडर थे और ऊपरी मंजिल पर एक शोरूम में एयर कंडीशनर थे, जबकि घटनास्थल पर जहां सड़क निर्माण काम चल रहा था, वहां पर भी गैस सिलेंडर थे…हमने जांच शुरू कर दी है।’’

टीवी चैनलों ने अपनी खबर में हादसे में कई लोगों के घायल होने की जानकारी दी है, जिनमें अधिकतर बस में सवार लोग और राहगीर हैं। घायलों का तीन अस्पतालों में इलाज चल रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि कई लोग बुरी तरह झुलस गए हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, विस्फोट से शहर में अफरा-तफरी मच गई और तनाव पैदा हो गया। वहीं टेलीविजन पर दिखाई जा रही वीडियो में देश की राजधानी के मध्य भाग में सड़क पर टूटे हुए खंभे, कंक्रीट और कांच के टुकड़े दिखाई दे रहे हैं।

घायलों में से एक ताजुल इस्लाम (50) ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘जब विस्फोट हुआ, तब मैं बस में था। मैं एक छोटी सी खिड़की से बाहर कूदा, पहले मुझे लगा कि बस के गैस सिलेंडर में विस्फोट हुआ है… मैंने अपने जीवन में कभी इतना बड़ा धमाका नहीं देखा।’’ताजुल इस्लाम की कमर पर चोटें आईं हैं और उन्होंने विस्फोट के कारण सुनने में दिक्कत की शिकायत भी की है।

चश्मदीदों के अनुसार, विस्फोट के तुरंत बाद सड़क पर कई बसें और कारें आपस में टकरा गईं, जबकि घबराए यात्री वाहनों से बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रहे थे।