लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को दावा किया कि पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ ने चुनाव कराने के लिए शर्त रखी है कि पहले उन्हें अयोग्य घोषित किया जाए और जेल भेजा जाए। समा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान ने कहा, “चुनाव से पहले नवाज शरीफ चाहते हैं कि मुझे अयोग्य करार दिया जाए और जेल भेजा जाए।”
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान एक अहम मोड़ से गुजर रहा है और अगर सही फैसले नहीं लिए गए तो देश को बड़ा नुकसान होगा।
इमरान खान ने यह भी कहा कि विकसित देशों में सिर्फ कानून का राज चलता है। उन्होंने आगे कहा कि अदालतें कमजोर और शक्तिशाली लोगों के साथ समान व्यवहार करने के लिए हैं। शक्तिशाली हमेशा खुद को कानून से ऊपर मानते थे, और कानून को धन बचाने के लिए लागू नहीं किया जा रहा है।
समा टीवी के अनुसार, इमरान ने कहा कि भ्रष्टाचारी अपने पैसे को किसी न किसी तरह बचाना चाहते हैं, और दुर्भाग्य से उन्हें (तत्कालीन सेना प्रमुख) जनरल (कमर जावेद) बाजवा से एनआरओ (भ्रष्टाचार के मामलों में राहत) मिला।
इमरान खान ने दावा किया कि ‘भ्रष्टाचारियों’ को डर है कि अगर वह दोबारा सत्ता में आए तो उनका एनआरओ खत्म हो जाएगा।
उन्होंने कहा, मैं देश की ओर से हमारी न्यायपालिका को सलाम करता हूं। हमारी सारी उम्मीदें न्यायपालिका पर टिकी हैं।
पीटीआई प्रमुख ने आगे दावा किया कि उन्हें सत्ता में आने से रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। पूरा देश संविधान की रक्षा के लिए न्यायपालिका की ओर देख रहा है।
समा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, मैं देश से खुद को तैयार करने के लिए कहना चाहता हूं, ये लोग न्यायपालिका पर फिर से दबाव बनाएंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर देश को इस दलदल से बाहर निकालना है तो जल्द ही चुनाव कराने होंगे। अगर 90 दिनों के भीतर चुनाव नहीं होते हैं तो यह संविधान का उल्लंघन होगा।
उन्होंने कहा, अगर चुनाव नहीं होते हैं, तो कार्यवाहक सरकारों का कोई मूल्य नहीं होगा।
इमरान खान ने कहा कि पीटीआई के जमाने में ये लोग ‘वोट का सम्मान’ के नारे लगाते थे, लेकिन अब चुनाव से डरने लगे हैं। मैदान तैयार होने के बाद ही वे चुनावों की घोषणा करेंगे।