वाशिंगटन। ‘पेंटागन’ ने मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह दावा किया है कि चीन ने इस दशक में परमाणु हथियारों के भंडार को संभावित तौर पर दोगुना करने और ऐसे बैलिस्टिक मिसाइलें तैयार करने की योजना बनाई है जिनकी पहुंच अमेरिका तक हो। दावा किया गया कि ऐसा इजाफा करने के बाद भी चीन की परमाणु शक्ति अमेरिका के मुकाबले काफी पीछे रहेगी, जिसके पास करीब 3,800 परमाणु हथियार सक्रिय स्थिति में हैं और बाकी अन्य ‘रिजर्व’ में हैं।
अमेरिका के विपरीत, चीन के पास कोई परमाणु वायुसेना नहीं है लेकिन रिपोर्ट में कहा गया कि इस अंतर को एक परमाणु वायु-प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल विकसित करके भरा जा सकता है। अमेरिकी प्रशासन ने चीन से आग्रह करता रहा है कि वह रणनीतिक परमाणु हथियारों को सीमित करने के लिए तीन-तरफा समझौते पर बातचीत करने में अमेरिका और रूस के साथ शामिल हो, लेकिन चीन ने इससे इंकार कर दिया है।