सऊदी अरब नीत गठबंधन ने यमन के अलगाववादियों से रियाद समझौते का सम्मान करने का आग्रह किया

यमन में वर्षों से जंग में फंसे सऊदी अरब नीत गठबंधन ने सोमवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) समर्थित अलगाववादियों से रियाद शांति समझौते की शर्तों का सम्मान करने और अदन का नियंत्रण देश की अंतरराष्ट्रीय तौर पर मान्यता प्राप्त सरकार को सौंपने की गुजारिश की ।

यमन में वर्षों से जंग में फंसे सऊदी अरब नीत गठबंधन ने सोमवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) समर्थित अलगाववादियों से रियाद शांति समझौते की शर्तों का सम्मान करने और अदन का नियंत्रण देश की अंतरराष्ट्रीय तौर पर मान्यता प्राप्त सरकार को सौंपने की गुजारिश की ।
अलगाववादियों का दावा – अदन पर हासिल किया नियंत्रण 

सऊदी अरब ने यह बयान ऐसे वक्त पर जारी किया है जब अलगाववादियों की दक्षिणी परिवर्तन परिषद ने फिर से दावा किया है कि उसने रविवार को अदन का नियंत्रण हासिल कर लिया है। लाल सागर के तट पर बसा अदन शहर अंतरराष्ट्रीय तौर पर मान्यता प्राप्त सरकार की राजधानी है, क्योंकि सना पर बागी शिया हुथी बलों ने कब्जा किया हुआ है।

इस युद्ध ने अरब विश्व के सबसे गरीब देश को अकाल के मुहाने पर धकेल दिया। जंग में एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

सऊदी अरब ने बयान में परिषद से नवंबर 2019 के रियाद समझौते की शर्तों को मानने का आग्रह किया है। इस समझौते के तहत दोनों पक्ष अपने कब्जे वाले यमन के शहरों में से भारी सैन्य उपकरण हटाएंगे और एकता सरकार बनाएंगे जिसमें सभी का समान प्रतिनिधित्व होगा, लेकिन अभी इस समझौते को लागू नहीं किया गया है, क्योंकि जंग जारी है। अदन में भारी बाढ़ आई हुई है और यमन कोरोना वायरस महामारी का सामना कर रहा है।
संदिग्ध अमेरिकी हमले में 6 आतंकवादी ढेर 

दक्षिणी परिवर्तन परिषद, युद्ध में सऊदी अरब के साझेदार संयुक्त अरब अमीरात का सहयोगी है। हालांकि यूएई बाद में संघर्ष से हट गया था।

इस बीच, यमन के कबायली नेता और सुरक्षा अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि संदिग्ध अमेरिकी ड्रोनों के हमले में यमन के शाबवा प्रांत में अल कायदा के कम से कम छह आतंकवादी मारे गए हैं। अमेरिका सेना ने हमले की पुष्टि नहीं की है।

सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि बैहान जिले में दो अलग अलग हमलों में आतंकवादी मारे गए हैं। यह यमन के अल कायदा का गढ़ है।

First Published on: April 28, 2020 9:39 AM
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