जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपातकालीन स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रमुख ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का एक दल कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत का पता लगाने के लिए जनवरी के पहले सप्ताह में चीन जाएगा।
डॉक्टर माइकल रयान ने कहा कि दल के लिए पृथकवास की व्यवस्था होगी और वे वुहान में महामारी से जुड़े संदिग्ध स्थलों का निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ इस मिशन का उद्देश्य उन मूल स्थानों पर जाना है, जहां से मानव में संक्रमण का मामला सामने आया और हमें पूरी उम्मीद है कि हम वैसा करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की टीम ‘हमारे चीनी सहकर्मियों’ के साथ काम करेगी और वे ‘हमारे चीनी अधिकारियों की निगरानी में नहीं होंगे।’’ रयान ने कहा कि दुनिया में टीका लगने की शुरुआत का जश्न होना चाहिए लेकिन “अगले तीन से चार महीने कठिन’ होने जा रहे हैं।”
बता दें, अब तक के सभी शोध में ज्यादातर वैज्ञानिकों का दावा रहा है कि यह वायरस जानवरों से इंसानों में फैला है । कई रिपोर्ट में चीन के वुहान में जानवरों के बाजार से इस वायरस के फैलने की संभावना जताई जा चुकी है।
दिसंबर 2019 में चीन में इस वायरस ने दस्तक दी थी और उसके बाद से चीन को इस वायरस के फैलने के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा था। विश्व स्वास्थ्य संगठन पर भी इस मामले में चीन का पक्ष लेने का अमेरिका समेत कई देशों ने आरोप लगाया था।