नई दिल्ली। रूस ने एक हफ्ते की लड़ाई के बाद यूक्रेन के पहले बड़े शहर खेरसॉन पर कब्जा कर लिया है। काला सागर के पास तीन लाख लोगों की आबादी वाली क्षेत्रीय राजधानी खेरसॉन अब रूसी सुरक्षा बलों के नियंत्रण में है।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, शहर के मेयर इगोर कोल्यखैव ने एक अपडेट में कहा कि ‘सशस्त्र आगंतुकों’ (आर्म्ड विजिटर्स) ने एक परिषद की बैठक में धावा बोल दिया और सख्त कर्फ्यू सहित नए नियम लागू किए हैं और नागरिकों से उनका पालन करने का आग्रह किया। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि क्या यूक्रेनी सेना पूरी तरह से पीछे हट गई है, ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि स्थिति ‘अस्पष्ट’ है।
डेली मेल ने बताया कि यदि खेरसॉन पूर्ण रूसी नियंत्रण में है, तो यह ओडेसा – यूक्रेन का मुख्य बंदरगाह शहर और प्राथमिक नौसैनिक अड्डा – को भी एक हमले के लिए खोल देगा। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार सुबह क्रीमिया के पश्चिमी तट पर लैंडिंग जहाजों को देखा गया है और यह ऐसे समय पर सामने आया है, जब अमेरिकी अधिकारियों ने समुद्री मार्ग से एक बड़ा हमला होने की चेतावनी दी है।
इस बीच, यूक्रेन के दो सबसे बड़े शहर कीव और खारकीव में नागरिक क्षेत्रों में रात भर मिसाइलों और भारी बमबारी की आवाजें आती रहीं। यही नहीं, यूक्रेनी राजधानी में एक ट्रेन स्टेशन के पास भी बमबारी देखी गई, जिसका इस्तेमाल शहर से लोगों को निकालने के लिए किया जा रहा है और उन लोगों के लिए आश्रय के रूप किया जा रहा है, जो अपने घरों में सुरक्षित नहीं है।
उत्तर पश्चिम में चेर्निहाइव और दक्षिण में मारियुपोल रूसी सेना से घिरे होने और भारी बमबारी के तहत आने के बावजूद भी यूक्रेनी नियंत्रण में बने हुए हैं। मारियुपोल के मेयर ने गुरुवार को कहा कि रूसी तोपखाने की आग इतनी भीषण है कि वे घायल लोगों को सड़कों से बचा भी नहीं पा रहे हैं।