हिंसा कराने के बाद ट्रंप की सीनाजोरी, कहा-“मुझे खुद को क्षमा करने का पूर्ण अधिकार है”

ट्रंप ने जून 2018 में एक ट्वीट में कहा था, "जैसा कि कई कानूनी विशेषज्ञों द्वारा कहा गया है कि मुझे खुद को क्षमा करने का पूर्ण अधिकार है, लेकिन मैं ऐसा क्यों करूंगा जब मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है ?"

वाशिंगटन। एक कहावत हैं कि ‘ एक तो चोरी दूसरे सीनाजोरी ‘। ठीक वैसे ही व्यवहार अब अमेरिका के कैपिटॉल हिल में हिंसा कराने वाले निवर्तमान राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप कर रहे हैं। विपक्ष सहित अपनी पार्टी के नेताओं और मीडिया द्वारा कैपिटॉल हिल में हिंसा के सीधा आरोप ट्रंप पर लगने के बाद वह अब  यह कहने लगे हैं कि उनको खुद को क्षमा करने का खुद का अधिकार है।

ट्रंप को पद से हटाए जाने की तेज होती मांग के बीच अमेरिकी मीडिया में उस पुराने ट्वीट के जुड़े खबरों की चर्चा हो रही है कि डोनाल्ड ट्रंप ने 20 जनवरी को कार्यभार छोड़ने से पहले अपने करीबी सहयोगियों के साथ स्वयं को माफी देने की संभावना पर चर्चा की है।

ट्रंप ने अपने कई राजनीतिक सहयोगियों और मित्रों को माफी दो चुके हैं और 2018 में एक ट्विटर पोस्ट में यह कहा था, ‘‘मुझे स्वयं को क्षमा करने का पूर्ण अधिकार है।”

उन्होंने जून 2018 में एक ट्वीट में कहा था, “जैसा कि कई कानूनी विशेषज्ञों द्वारा कहा गया है कि मुझे खुद को क्षमा करने का पूर्ण अधिकार है, लेकिन मैं ऐसा क्यों करूंगा जब मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है ?”

सीएनएन के अनुसार ऐसी कुछ बातचीत हाल के हफ्तों में हुई  है जिसमें ट्रंप ने आत्म-क्षमा के कानूनी और राजनीतिक परिणामों को लेकर चर्चा की, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बुधवार की घटना के बाद ट्रंप ने इस मुद्दे पर चर्चा की है या नहीं।

राष्ट्रपति ट्रंप ने इस संबंध में कानूनी राय भी मांगी है कि क्या उन्हें खुद क्षमा करने का अधिकार है और उन्हें इस संबंध में संभावित राजनीतिक परिणाम के बारे में सलाह दी गयी है।

न्यूयॉर्क टाइम्स ने बृहस्पतिवार को बताया कि ट्रंप ने ‘चुनाव दिवस’ के बाद से ही बातचीत में जिक्र किया है कि वह खुद को क्षमा करना चाहते हैं।

समाचार पत्र के अनुसार ‘चुनाव दिवस’ के दिन से कई बातचीत में ट्रंप ने अपने सलाहकारों से कहा है कि वह खुद को क्षमा देने पर विचार कर रहे हैं।

प्रतिनिधि सभा अध्यक्ष नैंसी पेलोसी और सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी नेता चक शूमर दोनों, ने कहा कि उपराष्ट्रपति माइक पेंस और कैबिनेट को अमेरिकी संविधान के 25 वें संशोधन का प्रयोग कर ट्रंप को सत्ता से हटा देना चाहिए।

उल्लेखनीय है बुधवार को ट्रंप के हजारों समर्थक यूएस कैपिटल (अमेरिकी संसद भवन) में घुस गए और संसद के संयुक्त सत्र को बाधित करने की कोशिश की। संवैधानिक प्रक्रिया के तहत उस समय संसद के संयुक्त सत्र में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत की पुष्टि होनी थी। ट्रंप समर्थकों की पुलिस के साथ झडप भी हुयी। इस घटना में चार लोगों की मौत हो गयी।

इस घटना के बाद डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन सांसदों ने समान रूप से ट्रंप के आचरण की आलोचना की।

इस बीच ट्विटर और फेसबुक द्वारा उनके अकाउंट को अस्थाई रूप से बंद करने के बाद उन्होंने शुक्रवार को कुछ ऐसा ट्वीट भी किया जिसको ट्विटर द्वारा अपनी द्वरा नीतियों के उलंघन का आरोप लगा कर डिलिट कर दिया है।

First Published on: January 8, 2021 7:25 PM
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