नई दिल्ली। इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को दो महीने से ज्यादा का वक्त हो चला है। मगर अभी तक युद्ध के थमने का कोई संकेत नजर नहीं आ रहा है। नवंबर के आखिर में इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम को लेकर सहमति बनी। हालांकि, इस युद्धविराम के खत्म होते ही एक बार फिर गाजा पट्टी पर इजरायली लड़ाकू विमान बम गिराने लगे। गाजा पट्टी में मौजूद लगभग हर प्रमुख इमारत धराशायी हो चुकी है।
गाजा में बमबारी रोकने के लिए प्रस्ताव भी लाया गया है, जो पास नहीं हो पाया है। इसका मतलब साफ है कि अभी गाजा के आसमान में बम बरसते रहेंगे और मासूम लोगों को जान गंवानी पड़ेगी। संयुक्त राष्ट्र के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के अधिकारियों का कहना है कि गाजा में अफरा-तफरी और परेशानी भरा माहौल है। विस्थापित हुए फिलिस्तीनी परिवारों को गाजा की सड़कों पर भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में आइए युद्ध से जुड़े लेटेस्ट अपडेट्स जानते हैं।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में गाजा में तत्काल युद्धविराम के लिए प्रस्ताव लाया गया, जिसे अमेरिका ने वीटो कर दिया है। इस प्रस्ताव पर 13 देशों ने सहमति जताई, जबकि ब्रिटेन वोटिंग से दूर रहा और अमेरिका ने इसे वीटो कर दिया। इस प्रस्ताव को संयुक्त अरब अमीरात की तरफ से पेश किया गया था।
यूएन में पेश किए गए प्रस्ताव में तत्काल मानवीय युद्धविराम की बात कही गई थी। साथ ही साथ बिना किसी शर्त के गाजा में कैद बंधकों की रिहाई की गुजारिश की गई, ताकि फिलिस्तीनियों तक मानवीय मदद पहुंच सके। इस प्रस्ताव को तैयार करने में 97 देशों ने मदद किया थआ।
गाजा में युद्धविराम के प्रस्ताव पर अमेरिका के वीटो करने को लेकर हमास ने उसकी निंदा की है। उसने अमेरिका के इस कदम को अनैतिक और अमानवीय स्थिति बताया है। हमास ने कहा कि प्रस्ताव में बाधा डालना दिखाता है कि अमेरिका सीधे तौर पर इजरायल के जरिए किए जा रहे हमारे लोगों की हत्या में शामिल है।
इजरायली सेना ने कहा है कि इसने शुक्रवार को गाजा में 450 ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है। एक हफ्ते पहले खत्म हुए युद्धविराम के बाद ये एक दिन में किए गए सबसे ज्यादा हमले हैं। गाजा सिटी में फिलिस्तीन स्क्वायर पर इजरायल ने अपना झंडा भी फहरा दिया है।
फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट सोसाइटी (पीआरसीएस) ने शुक्रवार को बताया कि तुर्की के जरिए दान की गई सहायता सामग्री लेकर 11 एम्बुलेंस और लगभग 100 ट्रक रफाह बॉर्डर क्रॉसिंग से होते हुए गाजा पहुंच गए हैं। पीआरसीएस ने कहा कि ट्रकों में भोजन, पानी, राहत सहायता और मेडिकल सप्लाई थी।
इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने दावा किया है कि उन्हें ऐसे संकेत दिख रहे हैं कि हमास गाजा में टूटने की कगार पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि एक महीने पहले जिन्हें लग रहा था कि वो हमारी रोशनी को बुझा देंगे, अब नतीजे सामने हैं। इजरायल में रोशनी है और गाजा में अंधेरा। ये जारी रहने वाला है।
इजरायल की सेना ने पिछले 48 घंटे में गाजा में दर्जनों संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिन्हें पूछताछ के लिए इजरायल ले जाया गया है। सेना ने 200 संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जिसमें से दर्जन भर से पूछताछ की जा रही है। इजरायली सेना का कहना है कि ढेरों आतंकियों का खात्मा भी किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलियड मेनाशे एर्दान ने सुरक्षा परिषद में कहा कि गाजा में युद्धविराम से सिर्फ युद्ध लंबा खिंचेगा। शांति का एकमात्र विकल्प हमास का पूरी तरह से खात्मा है। इजरायली और फिलिस्तानी लोगों की शांति के लिए हमास को खत्म करना जरूरी है।
सीएनएन के मुताबिक, गाजा में एक तिहाई इमारतें ढह चुकी हैं। 4 दिसंबर तक के सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए हासिल किए गए डाटा के आधार पर बताया गया है कि 29 फीसदी से लेकर 37 फीसदी तक इमारतें जमींदोज हो चुकी हैं।
7 अक्टूबर से शुरू हुई जंग में अब तक 17,500 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। इस युद्ध की वजह से गाजा में घायल होने वाले लोगों की संख्या 46,400 है। गाजा में मौजूद स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि 15 तरह की संक्रामक बीमारियों के तीन लाख केस रिपोर्ट हुए हैं।