भारतीयों को क्यों नहीं मिल रहा दुबई का वीजा?


दुबई के लगभग 99 प्रतिशत वीज़ा एप्लिकेशन को जहां एक बार में ही मंजूर कर दिया जाता था, अब संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अधिकारी सबसे अच्छी तरह से तैयार किए गए एप्लिकेशन को भी रिजेक्ट कर रहे हैं।


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नई दिल्ली। दुबई हर साल लाखों टूरिस्टों को अपनी ओर खींचता है। 2023 में, भारत से 60 लाख से अधिक टूरिस्ट घूमने के लिए दुबई शहर पहुंचे थे। एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, खाड़ी मेट्रोपोलिटन सिटी में भारतीय टूरिस्टों को वीजा न मिलने की संख्या अब तक के सबसे हाई लेवल पर जा पहुंची है। वीजा को एक्सेप्ट ना करने की दर एक-दो प्रतिशत से बढ़कर पांच से छह प्रतिशत तक चली गई है, जो कि चिंता का विषय है। वीजा मंजूर ना होने की वजह से भारतीय टूरिस्टों को ना केवल अपना ट्रैवर प्लान कैंसिल करने के लिए मजबूर होना पड़ा हैं, बल्कि उन्हें नॉन- रिफंडेबल फ्लाइट और एकोमोडेशन खर्चों में हजारों रुपये का नुकसान भी हो रहा है। लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है?

दुबई के लगभग 99 प्रतिशत वीज़ा एप्लिकेशन को जहां एक बार में ही मंजूर कर दिया जाता था, अब संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अधिकारी सबसे अच्छी तरह से तैयार किए गए एप्लिकेशन को भी रिजेक्ट कर रहे हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया ने कहा कि हर दिन, प्रत्येक 100 में से कम से कम पांच-छह एप्लिकेशन को रिजेक्ट कर दिया जा रहा है।

पासियो ट्रैवल्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर निखिल कुमार ने टीओआई को बताया, “पहले, दुबई वीज़ा को मंजून ना करने की दर केवल एक से दो प्रतिशत थी। यह नए नियम लागू होने से पहले की बात है। अब हमें रोजाना लगभग 100 आवेदनों में से कम से कम पांच से छह वीजा रिजेक्ट मिल रहे हैं। यहां तक ​​कि जब कंफर्म की गई फ्लाइट टिकट और होटल में ठहरने का ब्योरा भी अटैच किया जाता है, तब भी वीजा आवेदन खारिज कर दिए जा रहे हैं।”

जिन यात्रियों ने पहले ही अपने होटल और एयरलाइन रिजर्वेशन के साथ-साथ अपनी वीज़ा कॉस्ट का भुगतान कर दिया है, उन्हें नए नियमों के बाद काफी पैसों के नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, विहार ट्रैवल्स के डायरेक्टर, ऋषिकेश पुजारी ने कहा, “दुबई के लिए टूरिस्ट वीजा एप्लिकेशन काफी संख्या में रिजेक्ट हो रहे हैं। इससे पहले, दुबई के लगभग 99 प्रतिशत वीजा आवेदनों को मंजूरी दे दी गई थी। अब, यात्रियों के लिए अच्छी तरह से तैयार वीजा भी मंजूर नहीं किए जा रहे हैं।”

उन्होंने दावा किया कि कन्फर्म होटल रिजर्वेशन और एयरलाइन जानकारी जैसे सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स से तैयार किए गए आवेदन को भी अस्वीकार कर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, “मेरा चार लोगों का परिवार था, जिन्होंने बड़ी सावधानी के साथ अपना आवेदन तैयार किया था। इसके बावजूद, उनका वीज़ा आवेदन खारिज कर दिया गया।” हसमुख ट्रैवल्स के डायरेक्टर, विजय ठक्कर ने टीओआई को बताया कि दो यात्री जो परिवार के सदस्यों के साथ दुबई में रहने के लिए जाने वाले थे, उनके दुबई वीजा के आवेदन हाल ही में अस्वीकार कर दिए गए।

उन्होंने कहा, “वीज़ा के लिए आवेदन करते समय, हमने नई वीज़ा जरूरतों के अनुसार सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा किए थे। फिर भी, उनके आवेदन खारिज कर दिए गए, जिसके कारण यात्रियों को काफी नुकसान हुआ क्योंकि उन्होंने वीजा फी पर लगभग 14,000 रुपए खर्च किए थे, और टिकट रद्द करने का खर्च 20,000 रुपये और अधिक था।

यूएई ने पिछले महीने दुबई के लिए टूरिज्म वीज़ा एप्लिकेशन के लिए कड़े नियम लागू किए, जिसके कारण वीज़ा रिजेक्ट करने के मामले तेजी से बढ़े हैं। नए नियम के तहत वीजा के लिए आवेदन करते समय यात्रियों को अपने रिटर्न टिकट की एक कॉपी इमीग्रेशन डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी। पहले, हवाई अड्डे के अधिकारियों को इन दस्तावेज़ों के लिए रिक्वेस्ट करना पड़ता था।

इसके अलावा, यात्रियों को होटल रिजर्वेशन का सुबूत या दुबई में जहां वो रहने वाले का भी सुबूत पेश करना होगा। जो विजिटर्स परिवार के सदस्यों के साथ रहने की प्लानिंग कर रहे हैं, उन्हें अपने रेजिडेंसी वीजा की एक कॉपी, अपनी अमीरात आईडी, अपने मेजबान से किराये का समझौता और अपना कॉन्टैक्ट इनफोर्मेशन जमा करना होगा। इसके अतिरिक्त, विजिटर्स से यह दिखाने की उम्मीद की जाती है कि उनके पास शहर में रहने के लिए काफी पैसा है। इसके लिए बैंक डिटेल या स्पॉन्सरशिप लेटर शामिल होना जरूरी है।

दो महीने के वीज़ा के लिए, आवेदकों को अपने क्रेडिट या डेबिट खाते में कम से कम AED 5,000 (लगभग 1।14 लाख रुपये) रखने होंगे; तीन महीने के वीज़ा के लिए, उनके पास AED 3,000 होना चाहिए। टूरिस्ट वीज़ा आवेदनों की प्रोसेसिंग के लिए ऑनलाइन और अप्रूव्ड ट्रैवल फर्म दोनों ऑप्शन हैं। फिर भी, ट्रेडिंग बिजनेस, व्यक्ति या परिवार अभी भी विज़िट वीज़ा के लिए आवेदन कर सकते हैं।