राजस्थान कांग्रेस का संकट खत्म, राहुल गांधी से मुलाकात के बाद पायलट की हुई घर वापसी


राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराजगी और अन्य सभी मुद्दों को लेकर सचिन पायलट की सोमवार करीब 9 बजे रात तक राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित पार्टी के दूसरे वरिष्ठनेताओं के साथबातचीत हुई। इस दौरान सचिन पायलट ने कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व के सामने अपनी सारी समस्याएं रखीं।


मंज़ूर अहमद मंज़ूर अहमद
Uncategorized Updated On :

नई दिल्ली। राजस्थान में जारी सियासी संकट लगभग खत्म हो गया है। कांग्रेस पार्टी से निष्कासित राजस्थान के उपमुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट की दिल्ली में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस महासचिव केके वेणुगोपाल से मुलाकात के बाद पार्टी में वापसी हो गई है।

खबरों के अनुसार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराजगी और अन्य सभी मुद्दों को लेकर सचिन पायलट की सोमवार करीब 9 बजे रात तक राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत हुई। इस दौरान सचिन पायलट ने कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व के सामने अपनी सारी समस्याएं रखीं। 

सूत्रों के अनुसार सचिन की बड़ी शिकायत पार्टी में अपनी उपेक्षा और राजस्थान विधान सभा चुनाव में किए गए कार्य के अनुरूप पद नहीं मिलने की थी। सभी शिकायतों को सुनने के बाद पार्टी ने पायलट की कई शर्ते मान लिया और सचिन पायलट को पार्टी में कोई बड़ा पद और उनके कुछ खास लोगों को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की शर्त मान ली है। कांग्रेस से बनी सहमति के बाद सचिन पायलट ने 14 अगस्त को राजस्थान विधानसभा में होने वाले बहुमत परीक्षण में पार्टी से बागी अपने सभी समर्थक विधायकों के साथ गहलोत का साथ देना का वादा किया है साथ ही भविष्य में किसी प्रकार की राजनीतिक संकट उत्पन्न नहीं करने का भी वादा भी किया है।

पार्टी के अनुसार इस मुलाक़ात के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तीन सदस्यों की एक समिति बनाने का फ़ैसला किया है। ये समिति सचिन पायलय और असंतुष्ट विधायकों के उठाए मुद्दों पर ग़ौर करेगी और एक समाधान सुझाएगी। 

बताते चले कि राजस्थान की गहलोत नेतृत्व वाली सरकार ने उन पर सरकार गिराने की साज़िश रचने का आरोप लगाया था जिससे सचिन पायलट ख़ासे नाराज़ हुए थे और उन्होंने अपने समर्थकों के साथ बग़ावत कर दी, जिसके बाद कांग्रेस ने सचिन पायलट से राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष का पद छीन लिया था। वहीं सचिन पायलट भी अपने समर्थक विधायकों के साथ हरियाणा के मानेसर स्थित एक होटल में चले गए थे और इस होटल हरियाणा पुलिस ने अपने काफी सख्त पहरे में रख रखा था।