बेंगलुरू हिंसा पर बोलो कर्नाटक के मंत्री, ‘यूपी की तर्ज पर दंगाइयों से नष्‍ट हुई संपत्ति की वसूल करेंगे कीमत ‘


सोशल मीडिया पर पोस्ट डाले जाने के बाद पुलिस ने आरोपी को पुलाकेशी नगर थाने में बैठा रखा था और शिकायतकर्ताओं द्वारा जब आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की बात की गई तो पुलिस ने आपसी समहति से मामले को रफा-दफा कर करने के लिए दबाव डालने लगी।


मंज़ूर अहमद मंज़ूर अहमद
देश Updated On :

बेंगलुरू। कर्नाटक के मंत्री सीटी रवि ने कहा है कि बेंगलुरू में मंगलवार शाम को हुई हिंसा पूर्व नियोजित थी। इस हिंसा के दौरान पुलिस फायरिंग में तीन लोगों को जान गंवानी पड़ी थी।

मंत्री रवि ने बुधवार से संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बीजेपी शासित यूपी की ही तर्ज पर राज्‍य सरकार हिंसा के दौरान नष्‍ट हुई संपत्ति की कीमत की दंगाइयोंसे वसूली करेगी। गौरतलब है कि पिछले साल नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के दौरान हुए हिंसक संघर्ष को लेकर यूपी की योगी आदित्‍यनाथ सरकार ने ऐसा कदम उठाया था

गौरतलब है कि पूर्वी बेंगलुरु में मंगलवार की रात एक फेसबुक पोस्ट के लेकर हिंसा भड़क गई। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज किया,आंसू गैस के गोले छोड़े और फायरिंग की।
बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर कमल पंत ने बताया कि फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई है, वहीं 60 पुलिसकर्मी घायल हैं। डीजे हल्ली और केजी हल्ली थाना क्षेत्रों में गुरुवार की सुबह तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं पूरे बेंगलुरु में धारा 144 लागू है। कमिश्नर ने कहा कि फिलहाल हालात काबू में हैं।
पुलिस ने इस मामले में कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के आरोपी भतीजे नवीन को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं इसके अलावा 110 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

सोशल मीडिया पर पोस्ट डाले जाने के बाद पुलिस ने आरोपी को पुलाकेशी नगर थाने में बैठा रखा था और शिकायतकर्ताओं द्वारा जब आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की बात की गई तो पुलिस ने आपसी समहति से मामले को रफा-दफा कर करने के लिए दबाव डालने लगी, लेकिन शिकायतकर्ताओं का आरोप था आरोपी पहले भी धर्म विशेष और धर्म विशेष के लोगों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करता रहा है, इसलिए इस मामले में इसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन जब पुलिस आरोपी को थाने में बैठाए रखी और कई घंटो तक कुछ नहीं किया तो वहां एकत्र भीड़ अग्र हो गई और हालात यहां तक आ पहुंचे।

इस घटना पर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, ‘मैंने बेंगलुरू के पुलिस कमिश्नर से बात कर उन सभी दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने के लिए कहा है, जो घटना में शामिल थे, और जिन्होंने इसे भड़काया था…हम शांति बहाल करने करने के लिए कर्नाटक सरकार को पूरा समर्थन देते हैं…’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘मैं बिरसन्ड्रा में हुई हिंसक घटना और उस सोशल मीडिया पोस्ट की भर्त्सना करता हूं, जिसकी वजह से भीड़ भड़क गई… मैं क्षेत्र के हिन्दुओं और मुस्लिमों से विनम्र अनुरोध करता हूं कि शांत रहें, शांति बनाए रखें, और सौहार्द से रहें।

बता दें कि सोशल मीडिया पर पोस्ट डाले जाने के बाद पुलिस ने आरोपी को पुलाकेशी नगर थाने में बैठा रखा था और शिकायतकर्ताओं द्वारा जब आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की बात की गई तो पुलिस ने आपसी समहति से मामले को रफा-दफा कर करने के लिए दबाव डालने लगी, लेकिन शिकायतकर्ताओं का आरोप था आरोपी पहले भी धर्म विशेष और धर्म विशेष के लोगों पर आपत्तिजनक टिप्पड़ी करता रहा है, इसलिए इस मामले में इसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन जब पुलिस आरोपी को थाने में बैठाए रखी और कई घंटो तक कुछ नहीं किया तो वहां एकत्र भीड़ उग्र हो गई और हालात यहां तक आ पहुंचे। 

इस घटना से नाराज लोगों ने कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के आवास में पर भी तोड़फोड़ की। हांलाकि घटना के वक्त विधायक अपने आवास पर नहीं थे। उल्लेखनीय है कि यह घटना विधायक के एक कथित संबंधी द्वारा सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक मुद्दे से जुड़े एक पोस्ट साझा किए जाने के बाद हुई।



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