
जोहानिसबर्ग। हिंद महासागर के संरक्षित तट ईंधन रिसाव के मामले में मारीशस के अधिकारियों ने जापानी पोत के भारतीय कप्तान को गिरफ्तार किया है। यह पोत मारीशस के पास उथले पानी में फंस गया था। उससे एक हजार टन तेल रिस कर हिंद महासागर के संरक्षित तट पर फैल गया था।
पुलिस निरीक्षक सिवो कूथेन ने मंगलवार को कहा कि एम के वकाशिओ नामक पोत के भारतीय कप्तान सुनील कुमार नंदेश्वर पर “सुरक्षित नौवहन को खतरे में डालने” के आरोप में मामला दर्ज किया गया है और उन्हें हिरासत में रखा गया है। उन्होंने कहा कि नंदेश्वर की जमानत पर अगले सप्ताह सुनवाई होनी है।
उन्होंने कहा कि पोत के एक अन्य अधिकारी पर भी मामला दर्ज किया गया है और वह हिरासत में हैं। कूथेन ने कहा, हम पूरी जांच कर रहे हैं और क्रू के सदस्यों से पूछताछ कर रहे हैं। वकाशिओ पोत 25 जुलाई को उथले पानी में मूंगे की चट्टान से टकरा गया था और कई दिनों तक लहरों की मार झेलने के बाद पोत में दरार आ गई थी जिससे छह अगस्त को उसमें से तेल का रिसाव होना शुरू हो गया था।
तेल का रिसाव से माहेबोर्ग खाड़ी का पानी और समुद्री पर्यावरण दूषित हुआ। पर्यावरणविदों ने चेतावनी दी है कि मूंगे की चट्टानों को हुए नुकसान की भरपाई नहीं हो सकेगी। वकाशिओ को तट से कम से कम सौ मील दूर रहना था लेकिन वह द्वीप से केवल एक मील की दूरी पर उथले पानी की चट्टानों से टकरा गया।