
नई दिल्ली। कृषि विधेयकों को लेकर विपक्ष जहां लगातार सरकार पर हमलावर है, वहीं तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने कहा है कि उनकी पार्टी अन्य क्षेत्रीय दलों के साथ मिलकर देश भर में यह संदेश फैलाएगी कि ये कृषि विधेयक किस तरह से किसानों के साथ धोखा हैं।
आठ निलंबित सांसदों के रात भर के विरोध-प्रदर्शन के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए ब्रायन ने कहा कि रविवार को राज्यसभा में जो हुआ वह अलोकतांत्रिक और भारत की मूल भावना के खिलाफ था। आरोप लगाया कि सांसदों के तौर पर हमारे मूल अधिकारों को छीन लिया गया। उन्होंने भारतीय लोकतंत्र को ध्वस्त करने के लिए सीधा फासीवादी तरीका अपनाया। वे लोकतंत्र के विचार को अपने तरीके से लिखने की कोशिश कर रहे हैं। इन जनविरोधी और किसानविरोधी विधेयकों की जांच पड़ताल नहीं की गई है।
ब्रॉयन भी निलंबित किए जाने वाले आठ सांसदों में से एक थे। जहां इन आठ सांसदों ने संसद परिसर में धरना-प्रदर्शन किया वहीं विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर दोनों सदनों का बहिष्कार किया। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी दल संसद में अपनी आगे के कदम के लिए रणनीति बनाने के लिए बुधवार को पूर्वाह्न 11 बजे बैठक करने वाले हैं। उन्होंने कहा, पांच केंद्रीय मंत्रियों ने लोकतंत्र की हत्या का बचाव करने के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया।