कांग्रेस ने भाजपा को बताया ‘जहरीला सांप’, कहा- द्रमुक नीत मोर्चे के किसी भी विधायक को नहीं खरीद सकती


भाजपा को ‘‘जहरीला सांप’’ करार देते हुए खड़गे ने कहा कि पार्टी लोगों को धार्मिक एवं सांप्रदायिक आधार पर बांटने की आरएसएस की विचारधारा अपना रही है।


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दक्षिण भारत Updated On :

कोयंबटूर। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को कहा कि कथित रूप से सत्ता की भूखी भाजपा तमिलनाडु में द्रमुक नीत गठबंधन के किसी भी विधायक को नहीं खरीद सकती है जैसा कि उसने दूसरे राज्यों में किया है।

खड़गे ने एक सवाल के जवाब में संवददाताओं से कहा,“तमिलनाडु में किसी भी विधायक को खरीदना असंभव है और कोई ऐसा नहीं कर सकता।”

इससे पहले खड़गे ने भाजपा पर गोवा, मणिपुर, कर्नाटक और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में विधायकों को खरीदकर सरकारें गिराने और दलबदल को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के विधायक शिक्षित, बेहद योग्य हैं और सामाजिक न्याय के लिए लड़ते हैं, उन्हें खरीदा नहीं जा सकता है।

भाजपा को ‘‘जहरीला सांप’’ करार देते हुए खड़गे ने कहा कि पार्टी लोगों को धार्मिक एवं सांप्रदायिक आधार पर बांटने की आरएसएस की विचारधारा अपना रही है जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दो दिन पहले शहर के दौरे के वक्त हुई हिंसा से साफ जाहिर है।

उन्होंने कहा कि नोटबंदी से लेकर जीएसटी के बाद लोगों की जिंदगी दयनीय बन गई है और सभी कारोबारों, उद्योगों, कपड़ा एवं कृषि क्षेत्रों की प्रगति में गिरावट आयी है।

कांग्रेस के 70 साल के शासनकाल की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गयी आलोचना का जिक्र करते हुए खड़गे ने कहा कि पार्टी ने 2014 तक खाद्य सुरक्षा, शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित किया जबकि भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया।

खड़गे ने कहा, “मोदी बिना सोचे-समझे, बिना विचार-विमर्श किए फैसला लेते हैं और देश को पीछे की तरफ ढकेल रहे हैं।” वंशवाद की राजनीति की आलोचना पर उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बाद, गांधी परिवार से कोई प्रधानमंत्री नहीं बना है।

उन्होंने कहा कि जहां तक अन्नाद्रमुक की बात है, कोई अन्ना और अम्मा नहीं है और यह केवल अमित शाह एडीएमके है। द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन के दामाद और द्रमुक नेताओं के परिसर में आयकर छापेमारी के बारे में पूछे जाने पर खड़गे ने कहा कि भाजपा के काम करने का यही तरीका है- विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से विपक्ष को डराना-धमकाना।